भाषा चन्द्रिका | Bhasha Chandrika
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
833 KB
कुल पष्ठ :
64
श्रेणी :
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No Information available about अगरचन्द भैरोदान सेठिया - Agarchand Bhairodan Sethiya
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)भाषाचल्द्रिका । झ्३्ू्
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है, जैसे दो इजार 'रुपयों से हाथी मोल लिया । इस
हेतु से या इस कारण” से वह मारा गया। मुझ से यह
नही हो सक्ता | तुम से अब पढ़ा नहीं जा सक्ता | विधा
से मतिष्ठा और घन दोनों मिलते हैं। ॥
$. सम्मदाना
जिसको कुछ दिया जाता हैया मित्रे लिये
कुछ क्रिया जाता है वहीं और कहीं योग्यता, औचित्प,
प्रादर, आवश्यतक्रा आदि प्रकाश करने में सम्मदान
पता है, जैसे लड़कों को मिठाई दो । आप के लिये
पद करता हूं' । उस को यह करना योग्य नहीं है।
भाप लोगों को ज्ञमा करना ही उचित है । आपको
नमस्कार, पिताजी को दस्डवत । रामदत्त को भयाग
नाना होगा |, ही ।
क्र अपादान | ,. -
जहां बहुत वस्तुओं मे' से एक का निश्चय ,फरना
हो वहां अपादान कारक होता है । अपादात कारक
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