बन्धविहाणम तत्थ मूलपयडि रस बन्धो | Bandhavihanam Mula Payadi Ras Bandho
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
41 MB
कुल पष्ठ :
807
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)-- परदाथसग्रहकारा: $---
कर्मशास्धज्धुरीण-गच्छाधिपा-55चार्यदेव-भीमदू-विजयप्रेममश्रीय्र-विनीत पिनेय-प्र भावऊ-
प्रवचनकार-पंन्यासप्रवर-श्रीभानुविजयगणित्रय विनेयमुनिवयंश्री-धमंधोप तिजयान्तिपदा
विद्वद्य-गीतार्थयुनिश्री-जय घोषचिजया।, पंन्यासप्रवर श्री-भाजु विजय गणियये-
बिनेया मुनिश्री-धसौनन््दविज्या,, गच्छाधिपतिविनीतविनेय-
गीतार्थमूर्धन्य-पंन्यासप्रवर श्रीहेमन््तविजयगणिप्र्य-बिनेयमुनिराजश्री
ललितशेखरविजय-शिष्यरत्न मुनिवयश्री-राजणेखर-पिजय-
शिष्पाणवी मुनिश्रीवीरदोखरदिजयाइच ।
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-- मसूलगाथाकारा --
प्राइृतविशारदा स्ुनिश्रीवीरशेेखरविजया; ।
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“ टीकाकार संपादकश्थध :--
पंन्यासप्रवरश्री-मानुविजयगणिवर्य-विनेयरत्न-द्र॒व्यानुयोगनदीष्ण-सुनिराजश्री- धर्मानन्द्विनय विनेय-
मुनि जयशेखरचविजयः ।
र्मः
--५ सदसंपादका, --
विडद्- मुनिराजश्री-मिन्नानन्दचिजयाः
बिद॒दू- म्ुनिराजभ्री-जितेन्द्रविजयाश्र
ः जे
- खसशोधका +-
फर्मशास्र विशारद गच्छाधिपति-अीमद्-बिजयप्रेमछरीश्वरपइप्रमावका
शीमद्ूविजयजस्बूसरीस्राः पदार्थसंग्रहकारसुनिप्रवरा! अंश पाइकाज का
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