थके हारे | Thake Hare
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
118
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)आवाज | २४५
उक्तेदा, एक काम हम लोगों को करना है। वह यहाँ श्राज तक नहीं
, हैगा। नही हो वाया। कुछ तो स्टाफ के लोगों को कमजोरी भोर कायरता
के कारण और कुछ मालिकों झोर उनके गुर्गों तथा जासूसों के भ्रधिक
सतर्क होने के कारण। हम स्टाफ के साढ़े छः सो लोग लगातार मर रहे
है । यह् काम जिसे हमें करना है बैसे ्रथिक कठिन नही है, लेकिन योजना-
बद्ध ढंग से यदि यह पूरा हो जाए तो कोई वात बने । देखो, फैक्टरी के
जार हजार मजदूरों की एक यूनियन होने से इन मजदूरों की शिकायतों की
चुनवाई हो जाती है । इसी तरह से यदि स्टाफ के लोगों का भी एक संगठन
चने जाए तो हमारी शिकायतों की भी सुनवाई होने लगे। देखो, एकदम
अनपढ़ भौर जाहिल भजदुर भाषस में एकट्ठा होने का महत्व समझ सकते
है ! स्टाफ के लोग तो खासे पढ़े-लिखे है, उनके बुद्धि है, समझ है, कांब-
लियत है। पगर तुम साथ दो तो
भौर हमने काम शुरू कर दिया था । हमें जल्दो नहीं थी । हम चाहते
थे कि काम चाहे बहुत धीरे-धीरे हो, चाहे इसमें एक वर्ष लग जाए या दो
दर्ष या तीन वर्ष, लेकिन काम ठोस हो, पवका हो, सही हो, किसी ग्रड़बड़ो
का भंदेशा न रहे । हमने काम योजनाबद्ध ढंग से शुरू किया था । हम भीड़
इकट्टी न करते थे, मोटिंग न बुलाते थे, किसी जलसे या हजूम का भ्रायोजन
न करते थे । हम एक-एक व्यक्ति के पास जाते थे । उससे प्रलग-प्लग बात
करते थे। बातें श्रधिकतर में ही करता था, लेकिन शर्मा मेरे साथ रहता
था। इसलिए लोग समझते कि मेरी बात के पीछे वह भो है । इससे दुगुना
भैसर होता। इस तरह कुछ हो दिनों में हमने दोन्चार साथी भौर भी
तैयार कर लिये, जो स्टाफ के दूसरे लोगों से भी इसी ईमकसद से बातचीत
करने को तैयार हो गये । हमारी योजना थी कि लगभग पचास लोग भी
पूरी तरह से हमारे साथ भा जाएँ तो एक बड़े हलले के बारे में सोचा
जाए। तब कुछ पर्चे-वर्च छपवाकर मी बॉटे जा सकते थे | लेकिन हमारा
काम जोखम भोर मुश्किलों से भरा था। क्या पता, स्टाफ में कौन-कौन
मनेजमेष्ड के जासूस थे । स्टाफ में कम-से-कम चालीस व्यक्ति तो मालिकों
कु
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