हिन्दू जीवन | Hindu - Jivan
श्रेणी : धार्मिक / Religious, हिंदू - Hinduism
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4.18 MB
कुल पष्ठ :
162
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about पी. नित्य नन्द चतुर्वेदी - P. Nitya Nand Chaturvedi
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)हिन्दू--नीवस
गोलाधे में उत्पन्न होते हैं। झट ९ अन्तर फे साध सबके
उदाइरण यहां विद्यमान हैं घर्ात उत्तर पूर्व के अधिकांश सिवासी
पोत वर्ण की महल जाति से उत्तर पश्चिम धाले गोरी
काेशियन जाति से ओर दक्षिण-भारत के निवासी काले
रंग बाली द्रचश ( एिमशंशा ) जाति से 'प्रधिक मिलते हैं !
यदपि किसी न किसो अंरा में प्रत्येक प्रकार है मनुष्य प्रत्येक
विभाग में बढ़े हुये हैं । किसी खरद में पूर्ण रूप मे एक ही प्रकार
के मजुप्य सिंदास नहीं करते । प
इस देश के उत्पन्न हुये अथवा आदिपू निवासी मनुष्य
कौन हैं; इतिहाप्त उनका प्राप्त नहीं । तथापि आय-याहि से
प्रथम बसने दादों सचुष्य इण देश के आदिपू निवासी माने जाते
हैं दौर खग्गर, गोंड; सील वा सन्थालर इत्यादि चामों से ग्रस्तिद्ध
हैं। सन्थाल लोग भज्नाल। विहार, उड़ीसा श्रौर संयुक्त आान्त के
सघ्य जड़ों वा पद्दा़ों में बसे हुये हैं । खरगर पंजाब में, शोंड
मध्य-्रान्त में और मील वस्वे वा राजपूतान में विशेष प्रकार से
दसे हुए हैं | रद्द लोग अधिक अंश तक असम्य हैं 'और
संख्या मी इसकी दक्षिश चाली द्रवण जाति को छोड़कर सस्पूर्ण
देश के मध्य एक करोइसे '्धिक नहीं हैं !
दसरे मह्ोहा जाति के सचुप्य जह्माः चहल तिन््दत;
वैपाल और पूर्व हिमालय के निकट बसे हुए हैं । इनके शरीर का
ढांचा चीन निवासियों से अधिक सिलता है। , '
User Reviews
No Reviews | Add Yours...