श्री मद भगवद गीता | Shri Mad Bhagwad Geeta
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
314
श्रेणी :
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No Information available about ब्रज रत्न भट्टाचार्येंण - Braj Ratn Bhattacharya
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)भाषाटाका-थ० १ । ११
तन्नापद्यात्स्वितान्पार्ध/पितनधापिताम हा न
आचायान्मातुलानभातन्पुत्रान्पौत्रान्सखी -
स्तथा॥ *६ ॥
दोनों सेनाओं के वाचर्म स्थितहोकर ,अ्जुनने
दोनों सेनाओं के मध्य में पिनृव्य (पिश्ाके भाई)
पितामह, आचाये, मामा, श्राता ( भाई ), पुत्र
फरार पात्र तथा मित्रा को ॥ २६ ॥
शखरश्नुरान् सुद्ददस्थव सेनयोरुभयोरपि ।
न्समीक्ष्यसकीतेयःसचान्वंघूनवस्थितान्
ओर श्वशुर, सुहृद, एवं ओर भी वन्धु वा-
न्धवों को युद्ध करने के अथ खड़े हुए देखकर
केतीके पत्र अज्नन ने ॥ २७ ॥
क्ृपयापरयाविष्ठो विषीदान्रिद्मब्रवीत ।
अजुन उवाच-
दृष्ट्रबंसस्वजनक्ष्णयुयु त्छुससुपरथतृ॒स् ॥
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