श्री कबीर दास परिचय | Shri Kabir Das Parichay
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
82.69 MB
कुल पष्ठ :
480
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)। , शुद दी श्रीकबीरपरिचय साखी, एकादश शब्द दो सद्ग्रन्थोंका सूचीपत्र वणन ।
,पद्याह् । विषय । फ्याक। . वियय। छोड दो या _. दिहाक । | पद्याक् |... विषय |... परष्ठाझ|
३०. कहहिं कबीर सो ठग चीन्दे ३८ ' १. एक पाद बीची जो पादी, ४४२
६. शब्द-सन्तो ! प्रेरक. सबको... ३९९, | “२२. दास कबीरके पाद बटोरत, ४४७
. .. चीगाई १ से २० तक है । ] |. ११. शब्द-हंसा परख शब्द० .. धध८
१०. बिना भगकी परी पुरातम. ४०४ चौपाई ९ से १६ तक है | ] ः
२०. कहहिं कबीर परी कन खीदे १० ८. इन्द्रासन सुखासन लीन्दा. ४४३
: ७. शब्द-सन्तो ! शब्द न साथे. ४१ ₹ | १६. जिन्हे गुरु मिले तिन्ह० 5५९
'' [चौपाई १ से १८ तक है। _] | [सब चौपाई संख्या २०१ तक है
' &. मुसलेकी बेपीर साघना. .. ४१५. | ॥ टीकाकारकत ब्यन्त सद्गुरु स्तुति- |.
र८. कहहिं कबीर कोई सन्त. घर तोरडा इ, साली 2 से शप तक है ।
' ८. शब्द-सन्तो ! मुक्ति यही सब ४२१. ( १ सोरठा ) बन्दौंपद चय बार ४ ६०
. [ चौपाई १ से १२ तक है। | | िलन «
६ न काम क्रोघको, ४२४ |. (२१ साखी) परया दस सम्ताप० . घर.
इक मरे मरे डाक भाव कब. (२३ साखी) मत मतान्तर बोध ०. ४६२.
दे शुब्द-सन्तों |! राम कहै० ४३० ( ३५. साखी है गुरुमक्ति करना, ७६३ ः ग्क
.. ( चौपाई है से & तक है |]... | ८४७ साखी) पढ़िये गुनिये सन्त ! ४द्देड.
. दे. गावे बचे सन्ध्या तर्पण, छ३३ | ( ४८ साखी सद्गुरुके गुण, ४६४
; 6. कहहिं कबीर सुनो हो सन्त !. दे | (५५ साखी ) रामस्वरूप पारख ४६७४
१०. राब्द-सन्तो ! बीबी बड़ी. ४३६ ! ॥क॥ इति एकाददा दाब्द श्रन्थः
. :[ चौपाई १ से सर तक है । ] . |... समाप्त ॥ दे॥कू॥ ..
'......॥ के ॥ इति श्रीकबीरपरिचय साखी तथा एकादश दाब्द
कि के दो सद्भ्न्थोका सूचीपत्र-- विषयाजुक्रमणिका
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