कुन्दकुन्द - शब्द कोश | Kund Kund - Shabdakosh

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Kund Kund - Shabdakosh by आचार्य विद्यासागर - Acharya Vidyasagar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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ईंँ ९२, १२०) भावहि अणुदिणु | (भा.१२०) ह अणुपरिणाम वि [अणुपरिणाम] अणुमात्र परिणमन करने वाला । (प्रव जे ७३) अणुपरिणामा सभा व विसमा वा। अणुपेहण न [अनुप्रेक्षण] भावना,चितन,विचार। (द्वा.१) अगुपेहर्ण वोच्छे। अणुबद्ध वि [अनुबद्ध] बच्चा हुआ, सम्बद्ध। (पंचा, २०) भावा जीवेण सुट्ठु अणुबद्धा। (पचा.२०) अणुभव सक [अनु+भू] अनुभव करना, जानना, समझना, कर्मफल का भोगना[ अणुभवति (व.प्र.ब.प्रव.२०) अणुभाग पु [अगुभाग|कर्मफल, प्रभाव, माहात्म्य, शक्ति, सामर्य, बन्ध का एक भेद। (पचा ७३,स.२९०, निय.९८) अणुभागणदेसबंधेहिं। (पचा ७३) -टृठाण पुँ न [स्थान] अनुभाग स्थिति। (निय.४०) णो अगुभागट्ठाणा] (निय ४०) अगुभाय पु [अनुभाग] कर्मफल, दृढ़सकल्प। (स.५२) णेव य अणुभायठाणाणि। बणुभावग वि [अनुभावक] अनुभव कराने बाला, द्योतक, अनुभावगत, बोघक। (स.४०) अगुमण वि [अनुमत] अनुमोदित, सम्मत, अनुमति। (चा.३२) चारित्रपाहुड में अणुमण शब्द का प्रयोग अनुमति-त्यागव्रत के लिए आया है। यह ब्रत ग्यारह प्रतिमाओं में दशवी प्रतिमाधारी कम का एक भेद है। अगुमणमुद्दिट्ठदेसविरदो य। चा.२२




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