जैन मन्दिरों के ज्ञान भण्डार जोधपुर हस्तलिखित ग्रंथो का सूची पत्र प्रथम खण्ड १ | Jain Mandiro Ke Gyan Bhandar Jodhpur Hastlikhit Grantho Ka Suchi Patra Khand-1

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Jain Mandiro Ke Gyan Bhandar Jodhpur Hastlikhit Grantho Ka Suchi Patra Khand-1 by जिन विजय मुनि - Jin Vijay Muni

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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“-- विषय सची -- है| 7 भाग ! विभाग ! विवरण ५०1०७. ० पृष्ठ (1) ज॑ंन आागम :-- पर (अर) अग सूत्र . आचाराज् की 15 2 सूत्र कृताज़ 1 20 2 स्थानाड़ ५ [1 4 समवायाद्ध ञ [1 6 व्याल्या प्रज्ञप्ति (भगवती ) २ 24 ह ज्ञाताधर्म कथाजु ः | 29 10 उपासकदशाड्रु कि 20 12 अन्तकृतदशाज़ न 12 14 अनुत्तरोपपातिकदशा।ज्भू * है 18 16 प्रश्न व्याकरण जे 14 18 विपाक ज 14 18 (आ) अंग बाह्य सूत्र :-- (1 ) उपाड़ : औपपातिक ५ 18 20 राजप्रश्तीय 1 21 22 जीवाजीवाभिगम हि 11 24 प्रज्ञापना हे [7 24 जबू द्वीप प्रज्ञप्ति कर 14 26 चन्द्र प्रज्ञप्ति हा 1 28 सूर्य प्रज्ञप्ति ५) 2 28 निरियावलियादि पज्चोपाजड़ सा 10 28 (11 ) छेद सूत्र * निशीय म 6 30 वर्‌ह्त्‌कल्प ु ५ 1 30 व्यवहार मा [ 30 दशाश्रुत स्कन्ध (कल्प सूत्र सह) हे 140 30 पचकल्प 40 2 न महानिशीध ग 3 44 जीतकल्प हा 4 नव (11) चूलिका व मूल : नदी हक 15 44 अनुयोगद्वार ५५ 6 46 दशर्वंकालिक का 55 46 उत्तराष्ययन हे 5 52 श्रोघ निर्युक्ति हो ५ 58 (1५) आावरयक सूत्र व पाठ : , 270 58 (२५) भ्रकीर्णाक : रा 92 76 (2) जेन सिद्धान्त व आचार :-- (मर) तात्विक ऑपदेशिक दार्शनिक ,.. 1289 82 (प्रा) न्याय दा ४2. 176




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