संस्कृत ऋजु व्याकरण भाग 1 | Sanskrit Riju Vakarayan Bhag 1
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
20 MB
कुल पष्ठ :
190
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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19
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9
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ऋजुव्याकरणम्
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क्किया
सभयपदी नो (ले जाना वा पहुंचाना )
परस्मे० जात्मने०
बत्त मान बत्त साल
ए9 हि9 ब8 ए७ ह्वि० ब0
नथति नयतः नर्थान्न्त | 7० नयते नयेते नयनन्ते
लयसि नथथः नयथ | स० नयसे नयेये नयथघ्वे
नयासि नयावः नयामः | 39 नये नयावहे नयाभहे
आज्ञा आजा
नयतु नयताम् चयन्तु | प्र० नयताम् नयेताम् नयन्ताम्
नय नयतम नथत | स० नयस्थ नयेथाम् नयध्वम्
नथानि नयातव नयाम |3उ० नये नयावहे नयामहे
बिधि विधि
नयेतु. नयेताम् नयेयु: | म्र० नयेत नयेयाताम् नयेरन्
लयेः नयेतम नथेत | भ० नयेथा: नयेयाथाम् नयेध्यम्
नथेयमू नयेवब नथेस | 3० नयेय नयेवहि नयेसहि
शअनदतनक्ष॒त अनद्यतनक्षृत
खनयत सनयताम् अनयन
आअनय: अनयंतम् अनयत
प्र& अनयत अनयेताम् शखनयन््त
सं अनयथा: अनपेधाम् अनयध्यम्
ल० अनये अनयावहि झ्नयामहि
थ्रि (सहारा लेनः ) न 2. हू (पुकारना )
30 अनथम अनयाव अनयथास
परस्णे० आात्मलें2
बच सा० अयति अयते
परस्मे० आगपत्मने५
श्ः
बत्त सा० ह्ुयति हुयते
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