चलन कलन | Chalan Kalan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
921 KB
कुल पष्ठ :
80
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)साधारणफडछों का सम्बन्ध 1 र३
तार छेय
जाय च्च् यही उत्तर हुआ |
(४ ) र८ष्याय » कोस्प ये * ई यहाँ प्रथमाव्याय के तोसरे
सिद्धान्त से
जाए _क्ोज्याय-कोस्य यह
१
ज्याय, इसे ज्याय, जय, इब
+ ज्याय, इ » उपर 7 ज्याय, कोस्य य, इ'
सार _ ये क्षोस्यय ( कोज्याय _. ज्याय, इं
वा चऋ्यय ते ई - कोस्य ये ( कोज्याय+ज्याय ) हुक्घा
यद्दी उत्तर हुआ |
यो विद्यार्थियों को चाहिये कि उदाहरण का उत्तर करे ॥
अभ्यास के लिये और प्रश्न ।
(१) क३/ य --र इस का तात्कालिकसम्पन्ध क्या है ? |
हाथ ( रा उ ) है
(२) ग (९/य +९ै/य ) ८ र, ० वकय भज्वा के | ॥
(३) क (ब्याय + को ज्याय) -- २, उ०्ज+ (कोन्याय - ब्याय) क 1
(४) क ( छेय + स्पय )-+र, उ० -पीए है ( व्याय+ १),
ताय कोन्या य
० तार स्यय_ _को
५) (छेय + कोछेय) कर ए०----८+क
९9८ ठैय) चाय कोज्याय त्वाय) !
(६) क (ज्याय+ कोज्याय) -र ...... «००००० उ० हाय ०।
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तार _
८) ग (छेय - स्पय) ८ न्न्ड छठ
(८) (छेय सं य)८-र हे त्ाव
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