चलन कलन | Chalan Kalan

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Chalan Kalan  by सुधाकर द्विवेदी - Sudhakar Dvivedi

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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साधारणफडछों का सम्बन्ध 1 र३ तार छेय जाय च्च् यही उत्तर हुआ | (४ ) र८ष्याय » कोस्प ये * ई यहाँ प्रथमाव्याय के तोसरे सिद्धान्त से जाए _क्ोज्याय-कोस्य यह १ ज्याय, इसे ज्याय, जय, इब + ज्याय, इ » उपर 7 ज्याय, कोस्य य, इ' सार _ ये क्षोस्यय ( कोज्याय _. ज्याय, इं वा चऋ्यय ते ई - कोस्य ये ( कोज्याय+ज्याय ) हुक्घा यद्दी उत्तर हुआ | यो विद्यार्थियों को चाहिये कि उदाहरण का उत्तर करे ॥ अभ्यास के लिये और प्रश्न । (१) क३/ य --र इस का तात्कालिकसम्पन्ध क्‍या है ? | हाथ ( रा उ ) है (२) ग (९/य +९ै/य ) ८ र, ० वकय भज्वा के | ॥ (३) क (ब्याय + को ज्याय) -- २, उ०्ज+ (कोन्याय - ब्याय) क 1 (४) क ( छेय + स्पय )-+र, उ० -पीए है ( व्याय+ १), ताय कोन्या य ० तार स्यय_ _को ५) (छेय + कोछेय) कर ए०----८+क ९9८ ठैय) चाय कोज्याय त्वाय) ! (६) क (ज्याय+ कोज्याय) -र ...... «००००० उ० हाय ०। १ हि तार _ ()च्ध (स्यय >८ फोरपय+ ५) २ «००००० ४० - हाय + 7! तार _ ८) ग (छेय - स्पय) ८ न्न्ड छठ (८) (छेय सं य)८-र हे त्ाव




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