अलंकरचिन्तामणि | Alamkara Cintamani Of Mahakavi Ajitasena

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Alamkara Cintamani Of Mahakavi Ajitasena by डॉ नेमिचंद्र शास्त्री - Dr. Nemichandra Shastri

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about डॉ नेमिचंद्र शास्त्री - Dr. Nemichandra Shastri

Add Infomation AboutDr. Nemichandra Shastri

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
स्वगीया पुण्यश्छोका माता मूतिदेवीकी पवित्र स्मृतिमें तत्सुपृत्र साह शान्तिप्रसादजी द्वारा संस्थापित भारतीय ज्ञानपीठ मूर्तिदेवी जेन ग्रन्थमाला इस प्रन्थमालाऊ भन्‍्तात भाहत, सस्कृत, अपभ्रश, हिन्दी, कन्नड़, तमिल आादि प्राचीन सापाअर्मे डपछब्ध आगमिक, दार्शनिक, पौराणिक, साहि्यिक, ऐतिहासिक आदि विविध विषयक जैन साहित्यका अनुसन्धानपूर्ण पा डसका मूल ओर यथासम्मव अनुवाद आदिके हो रहा हैं । जैन मण्डारोंकी ग्रन्थ सूचियों, सम्रद, विशिष्ट विद्वानोंक अध्ययन- र लोऋहितकारी जैन-साहित्य भ्ण मी इसी अन्यमालमे प्रकाशित द्वो रह हैं । >अस्थिमाला सम्पादक डॉ, आ ने, उपाध्ये, एम प्‌, डी. लियू अकाशक भारतीय ज्ञानपीठ प्रधान कार्याक््य. बी/9७७-४७, कनाट प्लेस, रयो दिल्ली-३३०००१ प्रकाशन कार्याछ्य. दुर्गाकृण्ड साय वाराणसी-२२३००५ मुदक राणलि शुदणएूण, दुर्णोकुप्ड शाप, चाएएणछी-रेरे९ ०० छ स्थापना फ़ाह्युन कृष्ण ९, वीर निर्वाण सबत्‌ २७७० विक्रम खबत्‌ २००० ० ३८ फरवरी सन्‌ १९४४ हे सर्वाधिकार सुरक्षित




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now