हिन्दी रत्नाकर | Hindi Ratnakar
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
154
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)[ शेर ]
पहली विद्याए--“विहारिणी ! भला कह तो, यह वीर
कैसे गिराया गया ?_ क्या उसके हाथ म लोद्दे की कमात्त
नहीं थी ? क्या उसका साहस क्षीश हो गया था ?
आश्चर्य | जिस प्रथ्वीराज फे भुजबल# से अनेक बार यवन
समूह परानित हुआ है, उसका यह परिणाम है !?
दूसरी विद्याधरी--“विलासिनी ! यदि भाई का भाई
शत्रु न ह-यदि शैलबासिनी& सरिता ही शद्ध को न तोडे
_ती_ भला दूसरा क्या कर सकता हैं ९ छः
प० विद्या०--/क्या किसी भारतवासी का द्वी यह
काम हे !?
दू० विद्या०--“हाँ, पृथ्वीराज के श्वसुर जयचन्द् का?
प्रदन
अभ्यास के लिए --
१०-दूसरी विद्याघरी से धथ्वीराज का रणभूमि में मरता सुनकर
पदली विद्याधरी क्या शका करती है ? स्पष्ट बतलाओो ।
२--पहली विद्याघरी की शका का किस प्रकार समाधान होता है ?
३--डक्त गय का उपयुक्त शीपक्र क्या हो सकता है ?
रचना के लिए --
१--उक्त गद्य का साराश सरल भाषा में स्पष्ट करो ।
२--रेखाकित पर्दों क्षी विस्तृत व्याग्या करो |
३--साइस' के ऊपर एक लेख लिखो |
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