शिक्षा आयोग का प्रतिवेदन | Shiksha Ayog Ka Prativedan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
126
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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मे इखि सतब लिए बाध्य हा जायेंगे ।॥ इस प्रवार शीघ्र सुधार सम्मद
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निश्चित समान वि पताएँ हा जो “यूनतम स्तर वा बनाय॑ रख सर्वे । श्से
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मस्थाप्रा में सम्भवत भध्यापका व लिए सर्वोत्तम सवा सम्बधी झर्नें प्रात हैं ।
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याग्य एवं निद्ठावान प्क्स्यापत्ा का भाकपिंत कर सतत हैं. समान प्रयवा समर
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भ्वश सम्बंधधा समान सोती जिमस बंग बइ समाप्त हा भौर याग्यता 4 प्राघार
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12. प्नतर्राज्यीय सदुभाव
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एव दूसरे गे विषय मे प्थित जातारा भ्पित सदभात भौर प्रधित सौचर
पूण बातावर् का निमझ्ाप हा मच उगशा दिखार हो गर। बन बाय
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