मदनकोष | Madanakosh

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Madanakosh  by मदनलाल तिवारी - Madanalal Tivari

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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925 0 कप 8 18%: ७४४७४ ५७७७४ मदनकोष । (१७) आकैरायट ( 47४शण्ठॉ1। ) ख इ १७७४ म इड्रकैडर्म जन्में। पद्दिशि दजामत यनानेका पेशा करते थे पश्चात कछाफी वेखभारूम इन्होंत खित्त छगाया शोर भेतर्म कपड़ा बुश्नेदी कछ तैस्यारकी- यास्तवम पछ तो एक भौरही आदमीने तैय्यार की थी और उसने इसपिचारसे नहीं चाई थी कि, छोगांफे उद्यमको हानि होगा- भाकरायटने उसी छछवमो सुधास्कर पूण रीतिसे बनाया और छोगाकों छखले कपड़ा बनकर विस्लापा- आयेमद- ९ म्पोतिपी ) घीज गणित तथा म्योतिष शास्त्रेद' भनेक सूक्ष्म विपयोका भनुभव पदिफे पादिऐे इन्द्ीको छुमा- इन्होंने गणित सथा ज्योतिष हास्य ऐसी २ बातें दस्पिफ्त यीं जो अन्य देशवालियाकों स ई फी १६ थीं छाताबदीले पृथ नहीं मालूम हुई ये राजा सुधिष्टेर्के सम्बठले ज्योतिष एगा तेये नि्चस्ण दृत्तांस इन्होंक एक गये मिला है'- शास्यभण वि से ५३४३ म पैदा हु कर फुसुमपुग ( पटना ) म रहितेये- नीखे छिख़े ग्रंथ इनके भ्रनाये ह- शआआर्य्पभटीय तंत्र ( आय्यसिद्धांत ) ७ अध्यायमे, घीज गणित, आय्प देश शीति सूत्र, माय्य भष्टठात, सूख्य सिद्धांतफा दीफा- आलमगीर-देखो ओरगज़ेव आ्दा ( पसिद्ध सावन्‍्त ) मद्दोवा ( ग्रेदेछखण्ड ) खासी जगनायक फविने भावदस्तण्डरचक्र भारदा और उसके भाई ऊन या यदागाया दे ये पढ़े योद्धा ब्यूद स्यनाम दक्षये इनका साप यहशराज महायेके राजा परमाछ ( परमारादिदेव ) की फौजका खा्यत था- पिताया बेदांत होजानेके कारण भाढ्दा सख॒ृछ' दोनो भाइयाका पाछनपॉपण और शिक्षा राजा परमाछते दृवीरमे हुई थी- माया ६५७ छदाइयोम इन्होंने परमारकी सरफ्ले छड़्वर गगुभेयं। परास्य किया था-५२ गदांके राजे भारदा सम्ल्से इस स्‍भकार थर्स तेये जैसे नेपोफ्ियन बोला पाट्से ग्ररपीय राजे- इन दोना भाह याने महाराज पृथ्यीरामफो परास्तकरफे उनकी थेटी बेछाफा खिधाद भपने स्वामी शज़ा परमाल्के पुत्र प्रक्मा से कराया भंतम बेणाके गौनेकी जिदापर एभ्थीराज मौर परमाल्मे घोर युद्ध हुआ जिसमे परमाएका सथनाणश दोगया फेयर भाक्दा जीता घचा पर विरक्त द्योवर सुंद्रधनको खरा गया ख ई फे ११ घे दातक म हुप- आस्फुहोला ( नवाव वजीर अवध ) निज पिता शुआ उद्दोक्लके घाद स ई १७७५में अघधकी गद्दी पर भैठे ञ्‌




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