मेरी जर्मन यात्रा | Meri German Yatra
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
212
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand) याफ स्वतंत्रता फा घूसरा युद्ध फ्छ
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जिसका आशय यह ऐ--
पत्र आपका यहां मित्ता। मैं आाप्रदपू्षंक सम्मति देता हू
कि आप इस समय फ्रानून भग न करें ।
इस घार को पाफर में मुसफराया । पंद्वित नेहरूसी फो मेगे हृदय के
भावों फे विपय में स्या मादम, ये नहीं जानते थे कि मैंककैसा कट्टर
असदयोगी हू भौर ऐसे फ़ानून फो यर्दाश्व करने की अपेक्षा मेरे लिए
मरजाना अच्छा था। मैंने इस सार फे उत्तर में पंडित जी को लिखा---
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इसफा अर्थ यह है---
मेरे लिए वाफ्स्वसत्रता फा आदर्श ऐसा ही पपित्र है जैसा
फि एफ ख्री फे लिए सतीत्य घमे ।
रेप र् जप र्
युद्ध फा दिन निकट आने लगा | शहर के लोग बरावर झुक
से मिजने और मेरी दशा देखने के लिये आते थे | कई सज्जनों ने
मेरी हआंशों फी सराय हालत पेख कर मुझे सत्याग्रह फरने से
रोकना चघाद्या। सरकारी अस्पताल फ्रे बड़े डाफ्टर महाशय एफ
दिन मुझ से मिल्तने के लिये झाए और मेरी कसा की दशा देख
फर वीलें--
“आप फ्रानून मग न करे 17?
मैंने पूका--/क्यों न भंग करू १”
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