प्राचीन पंडित और कवि | Pracheen Pandit Aur Kavi
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
68.95 MB
कुल पष्ठ :
146
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)दे... प्राचीन पंडित छर कवि वन
....... के अनुसार भवभूति का समय राजशेखर से छुचछ ही पहले; दे
_झथात् झाश्म शताब्दी के झारंस में, होना भी सिद्ध है।.
.. हैपेचरित में जिन कवियों के नाम दिए हैं, उनमें भदभूति
..... का नाम न दिया. जाना भी बाण के झनंतर स भू का...
होना सिद्ध करता है । न
डक भवभूति ने सददादीरचरित, मालतीमाधव आर उत्तर- हि
...... रामचरित--ये* तीन नाटक लिखे हैं। इनमें से अंतिम में ..
...... श्लौर पहले के दोनों नाटकों में किचित्, विशेष रुप से उसने
..... झपने जन्मस्थान झादि का बृत्तांत लिखा है । महावीर्चरित
_. . में झपने विषय में जो कुछ भवभूति ने लिखा है, दह यह है--
मा .'. “झस्ति दक्िणापथे पद्मपुर नाम नगरमू । तत्र केस“
ह क ते त्तिरं ीयिणः काश्य पाश्चरणशूुरव+ पंक्तिंपावचनाः पंचास यो
...... 'छतब्रताः सोमपीथिन उडस्बरा ज्ह्मवादिनः प्रतिवर्सन्ति |
९ . तदासुष्यायणस्य तत्र भचतों बॉजपेययाजिनों मददाकदेः पंचम.
. खुभ्रद्योतनाझ्लो सड़गोपालस्य पौत्रः प्ि्रकीरसेनीलिकंटरया
_ त्मसम्मघचर श्रीकंडपदलाछुनों भ भूतिनाम जातूकर्णी पुत्र
. कै
.. रैंडॉक्टर भांडारकर सिखते हैं कि शाज़ घर-पद्धति में--.
निरवद्यानि पद्यानि यदि नाटयस्य का क्षति:
सिक्षकक्षविनिक्षिप्त: किसिक्ष नीरसो भवेत् दा
गा पु चत होता नह
नादकों के अतिरिक्त और भी कोई श्रन्थ
यॉकि थ. यह श्कोक ग द््न तीनों पुस्तक में नहीं पाया जाता
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