आल्ह - खण्ड | Aalha Khand

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Aalha Khand by ललिता प्रसाद मिश्र - Lalita Prasad Mishr

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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दल रकससकतदफनकाकत इसे के कक यु यो चुरा चौड़ा ( चामुरुड ) चौंडा ब्राह्मण का नाम चामुर्ड था । यदद द्रोणाचाय का अवतार कहा जाता है । यह बड़ा वीर आर एथ्वीराज के तमाम लश्कर का सिपहसालार था | इसको किसी भी अख से न मरने का भगवरी का वरदान था । इसी कारण आला न इसे मींज-मसलकर मारा था | एकदन्ता नाम का प्रसिद्ध हाथी इसकी सवारी में रहता था | अ ७ केस, चक शी राजा परिमाल झार एथ्वीराज में मनोमालिन्य 'पृध्वीराजरासों” के अनुसार पृथ्वीराज और राजा परिमाल में अनवन होने का कारण एक श्रौर भी था | एक बार किसी युद्ध से लौटते समय पृथ्वीराज के कुछ घायल थिपाही राह भूलकर मददोवे था निकले और परिमाल के वगीचे में डेरा जमाना चाहा । माली के अपत्ति करने पर उन्होंने उसे मार डाला । राजा परिमाल ने यह समाचार सुन ऊदन को उन्हें वाँघ लाने की शाज्ञा दी । ऊदन ने घायनों से युद्ध करना श्वनुधित समफककर श्ापत्ति की | इस पर अभिष्ट-चेता माहिल ने कहा कि ऊदन युद्ध से भयमीत हैं । परिंमाल ने उमकी बातों में श्राकर ऊदन को फिर ललकारा । परिणामस्वरूप ऊदन ने उन सबको युद्ध में मार ढाला यह कारण इन दो राज्यों में वैर का बीज बन गया | शुरता की मयांदा उस समय १०० मनुष्यों पर हावी होक़र उन्दें. परास्त करनेवाला योधा कहलाता या | ऐसे ही १०० योधाशओं पर विजयी होनेवाला शूर, १०० शूरों का हनन करनेवाला सामंत, १०० सामन्तों पर धवल श्रौर १०० धघवनों पर गर्जने और सफल होनवाले को सबल कहते थे । योधा में पाँच, शूर में दस, सामंत में बीस, पवल में चालीस ौर सबल में झस्सी ब1थियों का. बल होता ' था | महाराज ऐ्रथ्वीराज में सबल के सभी गुण मौजूद थे | आल्ह्ा भी सबलों की कोटि में थे । महावीर मलिखान, ऊदन, लाखन, ब्रह्मा, देवा धाँधू, चौड़ा यह सब धघवलों की कोटि में थे | हक जय जप ने डेट कट डेट कट बट बे डीट डेट दोद बट दे दर पट बट वर कट पेट डीर डर दर 5: अर क९5१९५९५९४ द्े ;कय6य नि दे इस प्रकार इस वीर पूँवारे में छाये हुए व्यक्तियों का यत्क्तिश्चित्‌ इतिहास है. है। ये सब एक-स-एक पराक्रमी थे | इनकी हुक्कार से घर काँपती थी । न इनके वीस्त्व की श्राघुनिक संसार में कीं छुया भी नदीं मिलती | परन्तु हमारे देश के दुर्भाग्य से ये रखकेसरी परस्पर ही लड़कर विलीन हो मुये । भारत गुलाम हो. गया | केवल उनकी बीरगाथा रह गई दे; उसे गा-गाकर दस अपने पुराने जमाने का यान करते हैं । संभव है कि एक (दिन फिर वही समय हैमारे अ गे आ जाने | फिट 9:9८ ८: के: के: डर बेर कर बेर कर के कर बार कर कर मर बेर कर दर कार बार कार बे व न $् 5 वपययलगाय




User Reviews

  • Anuj

    at 2019-09-02 09:38:09
    Rated : 10 out of 10 stars.
    "Amazing Book"
    Amazing Book
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