अलबेरूनी का भारत | Alaberuni Ka Bharat
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6.37 MB
कुल पष्ठ :
245
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(७) सकते हैं क्योंकि एक सत्यपिय भार परम सुशिक्तित मनुष्य इनक पूर्वजों की तत्कालीन सभ्यता का चित्र छोड़ गया है | पुस्तक की घहुत सी बातें के साध वे सहमत न हंगे इसकी कई टीक्ा-टिप्प- शियां से उनके हृदयों को ठेस लगेगी परन्तु उन्हें यदद स्वीकार करना पड़ेगा कि उसका उद्देश्य ऐतिहासिक तथ्यों को जानना शरीर रहें उनके यथार्थ रूप में प्रकट करना हे । उन्हें इस बात को भी भूक नददीं जाना चाहिए कि कई अन्य स्थलों पर इससे मुक्तकण्ठ से दतकी प्रशंसा भी की है । पुस्तक कव शरीर कहाँ लिखी गईं । जिस समय श्रलबेरूनी ने यद्द पुस्तक लिखी उस समय इसका ._ सम्राट मददमूद--जिसने बससे (संवत् ४०८ दिजरी की बसन्त ऋतु में ) मध्य एशिया में स्थित उसकी प्यारी जन्म-भूमि छुड़ा कर उसे श्रफृग्रानिस्तान में ला बसाया था--इस लोक में न था -] उसकी सृस्यु २३ वीं रबी द्वितीय संवतत ४२१ दिजरी तदनुसार भूहस्पतिवार ३० एप्रिल १०३० ई० को दो चुकी थी | पुस्तक के इस्तलेख पर अरबी में एक नोट लिखा है जिससे ज्ञात होता है कि अलबेरूनी ने उसे ग़ज़नी नगरी में पहली मुददरंम ४२३ हिजरी सबचुसार २-८ दिसम्बर १०३१ ई० को भर्थात् महमूद की सत्यु के डेढ़ वष घाद समाप्त किया था । इसलिए यह पुस्तक निश्चय दी ३० एप्रिल १०३० ई० और रे दिसम्बर के बीच में किसी समय लिखी गई दागी । श्रान्तरिक प्रमाणों से यद्द सिद्ध दाता है कि पुस्तक ३० एप्रिह श्र ३० सितस्थ्रर १०३० ईं० के बीच में कभी लिखी गई थी । आश्चर्य्य है कि इतने थोड़े समय में ऐसी विरत भौर ब्यापक पुस्तक फेसे क्तिख ली गई इसके कई भाग पहले से शी सके
User Reviews
No Reviews | Add Yours...