श्री जैन सिद्धान्त प्रवेशिका भाग 2 | Sri Jain Sidhantbol Sangrah Bhag 2
श्रेणी : जैन धर्म / Jain Dharm, धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
15.17 MB
कुल पष्ठ :
485
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)श्री अगरचन्द भेरोदान सेठिया
जैन पारसार्थिक संस्था, बीकानिर
कही
अचल सम्पत्ति
डूस्टी-१. अमान दानवीर सेठ मैरोंदानजी सेठिया ।
२. श्रीमान् जेठमलजी सेठिया ।
थी सेठिया जन पारमार्थिक संस्था ” तथा उसके विभागों को स्थायी रूप से
व्लाने के लिए निम्नलिखित झचल सम्पत्ति है । इससे होने वाली श्राय संस्था क
लिए खचे की जाती दे--
१--मकान ने० १६०-१ पुराना चाइना बाजार कलकत्ता | ता० २८ ४-१४२३ की
उपरोक्त मकान की रजिस्ट्री संस्था के नाम ' कलकत्ता रजिस्ट्री धाफिस ” में
करा दी गई । झाज कल इससे १३८०] रु० वार्षिक आय होती है ।
रनमकान नं० हे, 2, ७, 8, ११ भर १३ क्रास स्ट्रीट ( मूखापट़ी ) तथा ने०
१९३ धौर १९४ मनोहरदास स्ट्रीट । कलकत्ता रजिस्ट्री धाफिस में उपरोक्त
नम्बरों बाले मकान की रजिस्ट्री ता० ४२-३-१८२४ को करा दी गई । शाज
कल इससे लगभग रु० १००००] वार्षिक झाय होती डै ।
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