विश्व की कहानी | Vishwa Ki Kahani

Vishwa Ki Kahani  by डॉ. एस. पी. खत्री - DR. S. P. Khatri

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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से रगड़कर शीशे की छुड़ लाएँ तो इन दोनों में श्राक्षेण उत्पन्न होता है । श्रौर भी देखिए--फलालैन से . रगड़ी हुई त्राबनूस की छुड़ को लटकाकर उसके समीप यदि फलालैन री रगड़ी हुई झावनूस की छड़ ले श्राएं तो इस बार भी किन्तु समान जाति की. विद्युत में झ्ाक्षण । . श्रतः ..'. घषण बिंद्यत्‌ की दो जातियाँ. हुई; एक. वह जो शीशे को रेशम से रगड़ने से उत्पन्न ् काराज़ के एक तद़्ते को लुश २ जाय तो वह घनात्मक विद्युत्‌ _..... विकर्षण ही पैदा होता है । इन तीनों प्रयोगों से सिद्ध होता है कि समान जाति की विद्यत्‌ में परस्पर विकषण होता है समुचित प्रकाश डालती है । कज़ के डुकड़े छुड़ को स्पश करने पर छुड़ की विद्यत्‌ ग्रहण कर लेते हैं । श्रत: छुड़ की तरह दी ये भी श्यूणात्मक बिद्यत्मय हो जाते हैं । शराब समान जाति की विद्युत काशज़ श्र छुड़ दोनों पर विद्य- मान है । झतः दोनों में विकर्षण होता है श्रौर काशज़ दूर हटकर गिर जाता है । शीशे की छड़ से प्रयोग करने पर मी यही बात देखने में श्राती दै--काशज़ के टुकड़े श्राक- घित होकर छुड़ से चिपक जाते हैं, किन्ठु तत्काल ही ये पुनः नीचे गिर जाते हैं, क्योंकि इनमें भी शीशे की छुड़- कं श्रसमान बिद्य तू के पार '.. कशडे के थूदे की गोलियों ... प्रदेशन के लिए सरकशडे : उसकी दो. गोलियाँ बना लीजिए, । इन्हें रेशम के गों से एक इंच की के घागे द्वारा लटकाया.. । अब उसे । इन 'घड्जियों के पास आर कणा . स्परिक श्राकषण का प्रद- शुन करने के लिए संर- द्वारा एक रोचक प्रयोग किया जा सकता है। इस. .. के गूदे को. सुखाकर गत




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