धर्म | Dharma

Dharma by अज्ञात - Unknown

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about अज्ञात - Unknown

Add Infomation AboutUnknown

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
घर्म : तुलनात्मक दृष्टि में ग्लानि उत्पन्न नहीं कर सकता श्र न हमारी घृणा को ही जागरित कर सकता हैं । यह हमारी उत्सुकता को जगाता है । हम यह जानना चाहते हूं कि इसकी शक्ति के स्रोत श्रौर इसकी सप्राणता का उद्गम क्या है । इसकी ओर से श्रपनी आंखें मींच लेना शतुरमुर्ग की सी नीति है, जो कहीं भी दंचाती नहीं । यह श्राश्वयं की बात नहीं कि जहां-तहां हमें ऐसे विचार- झील धर्मेप्रचारक दिखाई पड़ते हूं, परन्तु वे बहुत अधिक नहीं हूं, जो हमें बताते हैं कि भविष्य का धर्म मत-मतान्तरों के एक स्वतन्त्र साहचये के रूप में होगा, जिसमें सम्पर्क र विनिमय द्वारा प्रत्येक मत को एक नई झात्मा श्र नया जीवन प्राप्त होगा । इस नई मनोवृत्ति के सुल स्वर को “भागी- दारी' इब्द द्वारा व्यक्त किया जाता है । पुर्वे और पश्चिम के विभिर्त धर्मों के व्यक्तियों को अपने दिव्य दर्शनों श्र अन्तदूं ष्टियों, आाद्यार्ों और ग्रा्चकाशों, आयोजनाओओं और लक्ष्यों में साभा कर लेना होगा । खेद की बात है कि राजनीतिक क्षेत्र की भांति इस क्षेत्र में भी यह प्रभी केवल एक महत्त्वाकांक्षा अधिक है श्रौर वास्तविकता कम । तुलनात्मक धर्म उन धर्मों के मध्य, जो अब श्रसंसगंदुषित विविक्तता या पृथक्‌ता में नहीं रह रहे स्वतन्त्र भागीदारी के इस श्रादर्श को झ्ागे बढ़ाने में हमारी सहायता करता है। वे धर्म श्रब विभिन्‍न परीक्षण समभे जाते हें, जो एक स्वतन्त्र ब्र सृजनशील सम्यता को उत्पन्न करने के लिए एक-दूसरे पर प्रभाव डाल रहे हैं। वे सब के सब एक उच्चतर श्र स्थिरतर जीवन के निर्माण के लिए एक साभकें प्रयत्न में जुटे हुए हैं। वे एक ही लक्ष्य की प्राप्ति के लिए काम करनेवाले साथी कार्येकर्ता हें । हमारा यह कतंव्य है कि हम आज उनके अनुयायियों से हाथ मिलाएं श्रौर स्वाथ एवं मुखंता, शभ्रन्याय एवं अझधमें की शक्तियों पर श्राकमण करें ।.. लेमेन्स फॉरेन मिशन्स इन्बवायरी” (सामान्य लोगों की विदेशी धर्मप्रचार-जांच) द्वारा नियुक्त मूल्यानुमान आयोग (ऐप्रेज़ ल कमीशन), १९३२ की रिपोर्ट में, नो दाल ही में प्रकाशित हुई है, भविष्य में ईसाई-घमग्रचारकों के काय के लिए केवल इस दृष्टिकोख को ही उचित माना गया है ।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now