शिक्षा | Shiksha

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Shiksha by हंसराज बच्छराज नाहटा - Hansraj Bachchharaj Nahata

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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चिघय-सूची । ३ सस्व्र घिषय पृष्ठ १४--दारीरिक अपराध करने से आदमी के स्वाभाविक दण्ड भागने पढ़ते हैं. ... २२५ १५”-जैसा अपराध बैसा दृण्ड-थोड़े के लिए थोड़ा और बड़े के लिए बहुत «.. रेरद कि १६-स्वाभाधिक दण्ड अचल, निश्चित श्रार प्रत्यक्ष होते हैं मद १७--प्रारतिक शिक्षा का प्रकार छोटे बड़े सब के लिए एक सा है . २२७ १८--जो शिक्षा-प्रणाली बचपन प्रर प्रौढ़ चय में काम देती है घद्दी इन दोनों अवस्थाओ के वीच की अवस्था में भी काम देती है . कक २३० १९--इस विषय में एक आक्षेप का उत्तर न३१ २०--परिवतैनदील समाज में शिक्षा-प्रयाठी का समाज की स्थिति के अजुसार न होना कर .««.. देश २१--प्राकृतिक शिक्षा का एक उदाहरण ३३ रर-प्राकृतिक शिक्षा का दूसरा उदाहरण «न. रेद५ २३--प्राकृतिक दिक्षा का तीसरा उदादरण मदद २४--कचिम दण्डो की अपेक्षा स्वाभाधिक दृण्डों से होनिवाले लामे। की रप्रता .. «रेट ९८--प्राकृतिक रीति से दीगई शिक्षा से पहला छाम «.,. _ देदेट २६-्राकृतिक शिक्षा से दूसरा छाम «««... रेट २७--प्राकतिक दिक्षा से तीसरा लाथ ह «रे २८-प्राकृतिक शिक्षा से चोथा लाभ ,«... रेप २९--पूर्वोक्त छाभचतुधय का सारांश «४५ ३०--घडे बड़े अपराधों के विषय में कुछ प्रदन ... «... रेछ६ ३१--प्राकृतिक शिक्षा से सम्बन्ध रखनेवाली घटनाओ के उदाहरण रे इ२--चध्चों के साथ मित्रवत्‌ व्यवददार करने से लाभ २४९, इ--प्राकृतिक शिक्षा से मॉ-बाप श्रौर सन्तति में सख्य-भाव की स्थापना स्तर न... शेप श्र




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