पश्चिमी भारत की यात्रा | Pashchimi Bharat Ki Yatra

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Pashchimi Bharat Ki Yatra by जेम्स टॉड - James Tod

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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१५ प्राचान इतिहास और वर्तमान जीवन--यादवों का सरोवर- गिरनार का प्राचीन शिला लेख--लुज्गा लोगो का ईश्वरवद्ध--दामोदर महादेव का मस्त्रिर--शीव और वैष्णुवो के साम्प्रदायिक भगड़े--मकबर के समय भह्दीरों का मान और महत्व । की ३६६६-३८ अझठारदवों प्रकरण... . पहाड़ों के कुछ अनोखे दृश्य... माराधना के स्थान--पीड़ा भौर के वार्य--भारत मे आने की उत्सुकता--मेरे भारतीय मित्र और शुभचिन्तक - .भारत का अट्टूट सम्बन्ध--- गोरखनाथ मन्दिर का शिखर--पहाडो के ऊपर का हृश्य--जन्म और विनाश की देवियाँ--पुरानी कथाये--ज्ंगल का प्रसिद्ध राक्षस--दीर्घजीवी साघु--कालिका देवी के मन्दिर मे जाने का खतरा--पर्वत पर अघोरियो का शिख़र--काठियावाड के जगलो मनुष्य--नरभक्षी अघोरी । ६०-४१ ३ उन्नीसवाँ प्रकरण नगर राजवंश और विवरण काठीवाना की विभिन्न जातियाँ--अकाल का प्रभाव-- मकानों के स्थान पर भोपड़ियाँ- डाकुओ का गाँव--गुमली किले में जंगली जानवर--जेठवा का प्रसिद्ध सन्दिर--गणुपति के मन्दिर की बनावट--गुमली मे शोष की सामग्री--जेठवा के लोगो के स्मारक--मनुष्मों मे पूछ वाली जाति--प्राचीन कथानको मे सत्य की हृत्या-- पूर्वकाल मे अन्तर्जावीय विवाह । ४१२९--४३२ बीसवाँ प्रकरण प्राचीन काल की ग्रन्थियाँ सदियों से होने वाली लुटमार--शुद्ध राठोर रक्त का दावा--सुसलमानो के द्वारा मन्दिरो का विनाश--गावर्घन का दूसरा चाम--शुरवीरो के स्मारक--छृष्ण की कथाओ मे अविशयोक्ति--कृष्ण का नाम रणछोड़ क्यों पड़ा--प्राचीन काल के युद्ध में शड्ूष्वनि का महत्व--मीराबाई का मन्दिर--जल के डकैत और लुटेरे-- जाडेचा के स्मारक की बेइज्जती । परे ४४३ इक्कीसवाँ प्रकरण दासता की मिटती हुई प्रथा विलियम्स की उदारता भौर मित्रता--गुरुपति ज्ञानचन्द का महत्वपूर्ण सहयोग--वियोग के गहरे जरूम--कृष्ण की भूमि--तामो में भेद का कारण--लूनी नदी का ख़ारी जल-- प्रतिकूल हवा के क्रोको का परिणाम---वारह घरटे के स्थान पर एक सप्ताह । अं




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