भारतीय वास्तु शास्त्र | Bharatiy Vastu Shastr

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Bharatiy Vastu Shastr by महादेव प्रसाद शुक्ल - Mahadev Prasad shukl

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about महादेव प्रसाद शुक्ल - Mahadev Prasad shukl

Add Infomation AboutMahadev Prasad shukl

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
( १७ ) चिपय प्छ ६. समराज्ञण के पुरद्ठार श्घ१ श्र महाद्वार व, वक्‍्त्रद्वार स, पच्चद्धार प्रतोली श६१-२ ४ ्र्थ्या श्घ्र '... पुर-झाकृति एवं गहित पुर १६-६७ पुर-'छाक़ृतियां श्ट्रे पुर की प्रशस्त द्राकृतति का संबंध उसके सुन्दर सन्निवेश पर झाधारित ,, युर की सर्वाधिक प्रशस्त शहद इसके विपरीत ्राकृतिया ग्ितिपुरों की जनक था रा्ति-पुर शहद, १. छिन्नकरणं न र विकणु शत ३. वज्ाकार ४, . सूचीसुख कस ५. चठुल ६. व्यजनाकार श्घघ ७. चापाकृति ८. शकटद्धिसमाकार €... द्विगुणायत-मंस्थान कक ० दिड मूट 9 ? १. भुजन्-कुटिल १२. यवमध्याकृति कर १३ मदज्ञाझृति दा 'ाघुनिक नगर-निवेश में प्राचीन नगर-निवेश (की देन)... १६८-२१४ झाघुनिक नगर-निवेश १६८-२०६ नगर-निवेश प्राचीन नगर-निवेश का संरकरणु-मात्र शहद युगानुरूप द्ाधु निक नगर-सिवेश के विभिन्न निवेश्य शहद नगर-निवेश में मारूटर सान २०० वुददू-योजना की १४ विशेपतायें २०० आधुनिक नगर के द्ादश श्वयव २०१ नगर-निवेश मण्डल के सहायक २०९ नयर-निवेश के सान चित्र चायु-बानीय पर्यवेन्णु नगर-निवेश में रेखिक तथा भोतिफ-दों योजना-पद्धतिताँ नगर-निवेश एवं प्रयोजन--विभिन्न रपीय नगर




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now