सचित्र ज्योतिष शिक्षा प्रारंभिक ज्ञान खंड | Sachitra Jyotish Shiksha prarmbhik Gyan Khand

Sachitra Jyotish Shiksha  prarmbhik Gyan Khand by श्री ठाकुर चन्द्र - Shri Thakur Chandra

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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[ ४ _ खोज से यह भी पता लगा है कि अपनी मध्याह्न रेखा के अनुसार चन्द्र की विशेष लिथियो को ही ओस्टर और मुसेल ( घोघा मछलियो की जाति ) अपने धोंधे खोलते और अपना पालन करते है ! इसी प्रकार इतर ग्रहो की भी भाकर्पण शक्ति सूर्य की आकर्षण दाक्ति से प्रभावित होकर पृथ्वी आदि समस्त ग्रहों पर प्रभाव उत्पन्न करती है और वे ग्रह भी अपने डील- डौल के अनुसार सम्पूर्ण सुर्य सम्प्रदाय पर प्रभाव डालते हैं तो फिर जीव जन्तु वनस्पति आदि प्रभावित होने से कंसे वच सकते है ? ग्रह के प्रभाव से हीरा आदि अमूल्य रत्त भी अपना विचित्र प्रभाव घारण करते है । अभी हाल में एक होप ( आसा ) नाम के प्रसिद्ध हीरा के विचित्र प्रभाव की कथा श्रकाशित हुई थी । यह हीरा जिसके-जिंसके पास गया उसका नादा हुआ । यह हीरा भारतवर्ष के किसी मन्दिर की मूर्ति की आँख में लगा था । वह किसी प्रकार वेलजियम के निवासी के हाथ लगा । उसने फ्रास के बादशाह छुइस १४ को बेचा । परचातू मेरी एन्टोनिटी ने उसे पहिना, उसकी अपघधात से मृत्यु हुई । अमस्टर डाम के विलिंयम फल्स ने उस हीरे को काटा उसका सर्वनाश हुआ । फ्रासिस विंऊलिऊ ने उसे प्राप्त किया 'उसकी मृत्यु कषुधा पीड़ा से हुई। सन्‌ १९०१ में इशाक कोलोट ने उसे मोल लिया उप- घात से उसकी मृत्यु हुई । उपरान्त वह हीरा रूस के राजकुमार कन्टोस्की के पास यहुँचा जिसने अभिनय के समय एक सुन्दर नर्तकी को पहिरने को दिया था वह अभिनय करते समय गोली से मारी गई। उपरान्त राजकुमार भी दास्त्राधात से मारा गया । 'इसके वाद वह हीरा किसी यूनान निवासी के पास पहुँचा उसकी अपनी स्त्री और बच्चो सहित फिसलने से मृत्यु हुई । पूर्व सुलतान अब्दुरू हमीद ने वह हीरा कान्स्टेन्ट नोपल में अपनी प्रेमिका को पहिनने को दिया वह गोली से मारी गई। वाद में हुवीव नाम के अरमेनियन के पास पहुँचा । वह सिंगापुर में डूब कर मर गया । सन्‌ १९११ में एव- छिन मेंकलीन ने उसे मोर लिया उसका ऊडका विन्सेन्ट मोटर से दव कर मर गया स्त्री मिमेस एवलिन मेकनील रेनोल्ड ने उसे पहिना तो उसकी अचानक मृत्यु हुई । इन्ही सब सिद्धान्तो पर पदचात्य देखो में भी ग्रहो के प्रभाव को मान कर फछित ज्योतिप पर विद्वास करने लगे है । यहाँ तक कि भविष्य कथन करते है । उनके सम्बन्ध की वार्तें भी प्रमाणित की जाती है कि कहाँ तक भविष्य कथन सत्य निकला जिन पर विचार कंरने से भविष्य कथन की सत्यता पर लोगो का विद्वास होनें लगा है । प्राय यह भी देखा जाता है कि कई लोगो की भविष्यवाणी असत्य भी निकल जाती है। इसका मुख्य कारण कल्पना दाक्ति है । क्योंकि यह तो कल्पना और तर्क शास्त्र है, जिसमें कल्पना और तर्क करने के सिद्धान्त दिये हैं, उनमें बे प्रभाव घटित होने का सकेत मिलता हैं । यदि कल्पना में भूल हुई तो भविष्य कथन में अवश्य अन्तर




User Reviews

  • Bijender

    at 2020-03-02 03:23:36
    Rated : 1 out of 10 stars.
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