रोगों की अचूक चिकित्सा | Rogo Ki Achuk Chikitsa
श्रेणी : आयुर्वेद / Ayurveda, स्वास्थ्य / Health
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6.56 MB
कुल पष्ठ :
470
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)९ विषय ६ एनीसा के सहारे आाँतों की सफाई--भोगन- प्रणाली श्रौर शत भोज र का पचना शोर पाम़ाना होना कर्ज या कोदवदता श्रौर रोग सफ़ाई के दंग एनीमा का गुण और यंत्र पानी का झन्दाज एनीमा के पानी में क्या मिलाया जाय एनोमा का प्रयोग एनीमा के कार एनीमा के इस्तेमाल के यारे में हिदायते है रोगों का इलाज १ रोगों का इलाज-उएएर रोग चिकित्सा था क्रम हर रोज का क्रम एक इनाज पांच जरूरी वाते पुराना कब्ज या बोएवइतता कब्ज किते कहते हैं इलान फौन कर्ज़ से चचा है सर्दी-जुकाम इलाज जुशम को मत दयाओ उपर या चुम़ार वुज़ार क्यों होता है चुल्ार के भेद इलान चेचफ रैज्ञा प्लेग लू उगना खाँसी दमा चमड़े थी चीमागी को सठियां काएण शोर प्रकार इलान आँखों के रोग श्रॉघों की कसरत ाँसों को माराम देना पच झात्र दर्द पेड का दर सिर और कान के दर्द ्रपेन्डिसाइदीस जड़म दॉँतों के रोग टॉर्सिलाइटीस चवासीए यद्मा शक्त-चाप का घड़ना दिमाग फी स्रायी फ़ालिन लकता वी दोप रालापुर वचदलापन पुरापा और दुचलापन दिल की धड़कन स्नायविक दुर्यलता कोप टद्धि चच्चों के रोग सी-रोग २ पुसने रोगों का इलाज--पुयना रोग रिसे कहते है कया पुराने रोग भी अच्छे हो सकते हैं पुराने रोगा का इलान पुराने रोगों को दूर करने में भुष रमय लग सकता है चिक्ट्सा के लिए कार्य-कर चना लेना चाहिए भोजन कर कप इनाज में प्र श्दर्ट शर्ट
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