सामाजिक विज्ञान भाग - १ कक्षा -९ | Samajik Vigyan Bhag-1 Kaksha-9

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Samajik Vigyan  Bhag-1 Kaksha-9 by अर्जुन देव - Arjun Dev

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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10 धर्म अफगानित्तान डा न ््स दम क्र है डी का प्रभुत्व | । || | ४. मंदयुरिया.- दी श सझि्जे_.न्य - फिप््ट्् ं भत्ते की व्तेयान जास्य शीसा सामाजिक विज्ञान - भाग 1 पह्ामिन जापान न . 1] लेई-हाईं वेद पथ कल भय किए आषो घादी (जर्गनी| 1 हागययरग श्िटिदा) ताइयार्न .ाकायन ८ लिन कर भारत .. शमक दर नकल दी पु ट् -+मंगाल फी खाड़ी -याईलेंड प्र ं थे ०९ कि भरय सागर गो आपुर्न ही कर हा प्र हिन्द-सचीत ही ्डु व्कीत 2 गांदिघेपी(प्रस) भर । डे ण ् वरिडिश डर 2 धीलंका रे दी ८ थोर्निषां ्‌ मम कक हित्व सहासागाए हू. दिन दि ० सन |. | जापानी ्ट ईस्ट-इंजीज हट रू ०४० व... िपोरप्रिटिश) अर्मरीफी एशिया में सन्‌ 1914 में समुद्र में धारत का-ज़ल प्रदेश उपयुक्त आधार रेला से मापे गये बारह तमुग्री मील की दूरी तक है। मानचित्रीं के आंतरिक क्विरणों को सही वर्शानि का वाधित्व प्रकाशक का है। रूस ने ईरान में बैंक खोले । 1907 में इंग्लैंड और रूस में एक समझौता हुआ जिसके अनुसार दक्षिणी ईरान ब्रिटेन और उत्तरी ईरान रूस के प्रभाव-क्षेत्र बन गए । ईरान का मध्य भाग किसी एक के प्रभाव क्षेत्र में नहीं था तथा दोनों के लिए खुला रहा । इस बीघ अफगानिस्तान तथा तिब्बत पर अधिकार के लिफुइंग्लैंड और रूस का संपर्ष जारी रहा । अंतत 1907 में दोनों में एक समझौता इन दो देशों तथा ईरान को लेकर हुआ। दौनों शक्तियों ने तिब्बत में हस्तक्षेप न करने की बात मानी । रूस ने अफगानिस्तान को अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर मान लिया तथा ब्रिटेन ने यह माना कि जब त्तक अफगानिस्तान का/ शासक उसके प्रति निष्ठावान रहेगा वह अफृगानिस्तान का अधिग्रहण नहीं करेगा । तीन क्षेत्रों में ईरान के बँटवारे का ज़िक्र ऊपर आ चुका है। इसका अर्थ यह है कि ईरान पर इंग्लैंड और रूस की संयुक्त श्रेष्ठता स्थापित हो गई । 1917 में रूसी क्रांति के बाद नई सोवियत सरकार ने इस पुराने समझौते की निंदा की तथा ईरान में अपने सारे अधिकार छोड़ दिए मगर ईरान पर ब्रिटिश




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