सामाजिक विज्ञान भाग- २ | Samajik Vigyan Bhag - 2

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Samajik Vigyan Bhag - 2  by सविता सिन्हा - Savita Sinha

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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उद्देश्य प्रस्ताव के प्रमुख बिंदु भारत एक स्वतंत्र, प्रभुतासंपन्‍न गणराज्य है। भारत ब्रिटिश भारत' कहे जाने वाले क्षेत्र भारतीय रियास्तों तथा 'ब्रिटिश भारत' और रियासतों के बाहर के उन क्षेत्रों का जो स्वतंत्र भारत में सम्मिलित होना चाहते हैं, संघ होगा! संघ में सम्मिलित होने वाले क्षेत्र संविधान द्वारा निश्चित की गई सीमाओं अथवा केंद्र में निहित शक्तियो के अतिरिक्त स्वायत्तशासी इकाइयों के रूप में सरकार तथा प्रशासन की सभी शक्तियों का उपभोग करेंगे। स्वतंत्र एवं प्रभुता संपन्न भारत संघ तथा उसके अंतर्गत आने वाले विभिन्न घटकों की शक्ति का स्त्रोत जनता होगी। भारत के सभी लोगों को सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक न्याय का आश्वासन, कानून के समक्ष रतर तथा अवसर की समता, भाषण, अभिव्यक्ति, विश्वास और धर्म की रतंत्रताएं प्राप्त होंगी। अल्पसंख्यक वर्गों, पिछड़ी जातियों, जनजातियों, दलित तथा अन्य पिछड़े वर्गों के हितों की रक्षा की समुचित व्यवस्था की जाएगी। भारतीय गणतंत्र की भौगोलिक अखंडता तथा इसके भू-भाग, समुद्र तथा वायुमंडल क्षेत्र पर इसकी संप्रभुता की रक्षा न्यायोचित तथा सभ्य राष्ट्रों के कानूनों के अनुसार की जाएगी। यहे राज्य विश्व शांति तथा मानव सात्र के कल्याण की उनन्‍नत्ति में अपना संपूर्ण तथा र्वैच्छिक योगदान करेगा। अभ्यास 1. তিনি स्थानों की पूर्ति कीजिए : (0) ¢) (1) (५) ५) शि 8. रामाजिक विज्ञानः माग-2 संविधान सभा द्वारा भारत का संविधान 26 नवंबर ----- “ को पारित किया गया। संविधान सभा की “7” बैठकें हुई। काग्रेस ने पूर्णं स्वराजं के लिए संघर्ष का संकल्प ---- अधिवेशन में किया। शजेंद्र प्रसाद संविधान सभा के ४: थे। बी,आर. अंबेडकर संविधान की प्रारूप समिति के ------ थे।




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