अंग्रेज़ी शिक्षा भाग 3 | Angreji Shiksha Bhag 3
श्रेणी : शिक्षा / Education, साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7.05 MB
कुल पष्ठ :
258
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about बाबू हरिदास वैध - Babu Haridas Vaidhya
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(9 ) खना चाहिये फि इ८प शब्दके अन्तम एक (०0५०० तए है शोर उसके पढले एक 0०6८] ८ आगधा है इसवासे नियमानुसार अन्तिम (00500 ते की ०2 बएट चौर 8ए0ला82प96 में ढो ति कर दौ गयी है । ब्रगर ै पेपु००िर6 के अ्न्तसमि दो ए०एइणालण को या अन्तिस (/00800धण के पच्षिमे ढो ४०.० आजावे सो अन्त का (0ाउणाका दूना नहीं किया जाता -- उदटछ८ व 22222 पुफाइटोट ुफाकृटीरटा ..... फटीरट51 58 &फाद।६1 5008.1165 (160. (16810 (1616५ 366] ९61. 6६6५६ ला &घट पर्दा माठ9६5 टग्वना चष्य कि शादी शब्दके अन्तमें दो (0५002 हैं इसवासत जपरके नियमानुसार (णएफकापए्८ भौर उप्कूलाघप्रभ८ में भाखिरी ए07- 50090 ि. डबल नहीं किया गया है सिफं ८? शरीर 65६ जोड दिये गये हें। इसी माति (द्ा69 शब्दमिं अन्तिम (००४०० के पदिले ८8 दी ठप] चागये हैं अतएव अन्तिम (०05०02701 टूना नहीं किया गया है । जब दो से अधिक 38016 वाले एडजेव्दिवों दा आर . बचुतसे दो 3%118016 वाले एडजें किदों का (0णए0एघ7 कघए९ या उपफूल्ीर० बनाते है तो उनके श्रन्तमें 6 था 65 नं जोडते किन्तु वेसे शब्दोंके पश्ि दी 70५10 और 7005 या 1658 भर 16980 जाड़ देते ईैं -- उदय 4 22 दही छिपा उधम 96५ उी०र 06घपपणि उाएंछुडए ८55 दद्धूएडा -श्घ5 छाापट्ट 60६
User Reviews
No Reviews | Add Yours...