महाकवि हरिचन्द्र एक अनुशीलन | Mahakavi Harichandra Ek Anushilan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7.59 MB
कुल पष्ठ :
225
श्रेणी :
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No Information available about पं पन्नालाल जैन साहित्याचार्य - Pt. Pannalal Jain Sahityachary
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विषय-स्चची
प्रयस अध्याय
स्तम्भ १ * आधारभूमि ३-२०
१ काव्यघारा, २ महाकवि हरिचम्द्र--व्यक्तित्व और कृतित्व,
३. अभ्युदयनामान्त काव्यो की परम्परा, ४ महाकाव्य--परिभाषा-
नुसत्घान ।
स्तम्भ २ : कथा भ २१-४३
५. घर्मशर्माम्युदय की कथा का आधार, ६ जीवन्घरचम्पू की कथा
का माघार, ७ धर्मशर्माम्युदय का आख्यान, ८ जीवन्घरचरित का
तुलनात्मक अध्ययन, ९ जीवन्धरचम्पू के प्रमुख पात्रों का चरित्र-
चित्रण ।
द्वितीय अध्याय
स्तम्भ १. साहित्यिक सुषमा डर ७-८
१० धर्मशर्माम्युदय की. काव्य-पीठिका, ११ धर्मशर्माम्युदय का
काव्य-वैभव, १२ जीवन्घरचम्पू की काव्यकला, १३ जीवस्थरचम्पू
का उस्प्रेक्षा-लोक, १४ धर्मदार्माम्युदय का रस-परिपाक, १५ जीवन्घर-
चम्पू का रस-प्रवाह, १६. जीवन्घरचम्पू का विप्रलम्भ श्यगार और
प्रणय-पत्र, १७ जीवस्थरचम्पू में शान्त रस की पावन धारा, १८
धर्मशर्माम्युदय में छन्दो की रसानुगुणता, १९ जीवन्धरचम्पू में छस्दो-
योजना ।
५७
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