रसायन दर्शन | Rasayan Darshan
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
13.36 MB
कुल पष्ठ :
306
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)४. पोलीविनिलिडीन क्लोराइड : अणुकी एकलक संरचना निम्नानसार हेः
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उपयोग : रसायनोंके लिए काममें ली जानेवाली नल्याँ, ब्रश, सोफेका कपड़ा, खिड़कियोंकि
पदें और रसायनोंको छाननेका कपड़ा (निस्यन्दन कपड़ा--शिध्टा ठा०्छा) ।
५. पोलीस्टाइरिन: एकलककी अणु संरचना इस प्रकार है:
उपयोग : रेडियोकी मंजूपिकाएँ (केविनेट ) , प्रशीतकोंके पुर्जे, दीवाल पर जड़नेके टाइल्स,
उपकरणिकाओं (0४एफ्पटाए£) के दिल््हे या फलक (छ़थ८[) आदि।
६. स्टाइरिन-एक्रिठोनाइट्राइल सह-वहुलक : अणु संरचना (एकलक) :
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उपयोग : वायुयानके केविनके अन्दरके हिस्से, अन्य उपयोग पोलीस्टाइरिनके सामान ।
७. पोली मिथाइल-मेथाक्रिलेट (प्लेक्सि ग्लास) : अणु संरचना (एकलक) :
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उपयोग : मोटर गाड़ीके पीछेकी बिजली चत्तियां, कारसानोंकी खिड़कियाँ, पाइप ब्रयके
हत्थे पृ पारदर्यक होनेके कारण इस प्लास्टिकका उपयोग काँचकी जगहूं कि जा सकता द् 1
प्लास्टिक प: १७१
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