रसायन दर्शन | Rasayan Darshan

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : रसायन दर्शन  - Rasayan Darshan

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about अज्ञात - Unknown

Add Infomation AboutUnknown

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
४. पोलीविनिलिडीन क्लोराइड : अणुकी एकलक संरचना निम्नानसार हेः नि. ा_ ] ९ रा रस # कर | (1. उपयोग : रसायनोंके लिए काममें ली जानेवाली नल्याँ, ब्रश, सोफेका कपड़ा, खिड़कियोंकि पदें और रसायनोंको छाननेका कपड़ा (निस्यन्दन कपड़ा--शिध्टा ठा०्छा) । ५. पोलीस्टाइरिन: एकलककी अणु संरचना इस प्रकार है: उपयोग : रेडियोकी मंजूपिकाएँ (केविनेट ) , प्रशीतकोंके पुर्जे, दीवाल पर जड़नेके टाइल्स, उपकरणिकाओं (0४एफ्पटाए£) के दिल्‍्हे या फलक (छ़थ८[) आदि। ६. स्टाइरिन-एक्रिठोनाइट्राइल सह-वहुलक : अणु संरचना (एकलक) : ५ के पं) « (4,- (घर ० उपयोग : वायुयानके केविनके अन्दरके हिस्से, अन्य उपयोग पोलीस्टाइरिनके सामान । ७. पोली मिथाइल-मेथाक्रिलेट (प्लेक्सि ग्लास) : अणु संरचना (एकलक) : नि (1१५ १ ही ₹. सर 0 री ्द्ी नि ८ (टन उपयोग : मोटर गाड़ीके पीछेकी बिजली चत्तियां, कारसानोंकी खिड़कियाँ, पाइप ब्रयके हत्थे पृ पारदर्यक होनेके कारण इस प्लास्टिकका उपयोग काँचकी जगहूं कि जा सकता द् 1 प्लास्टिक प: १७१ बी




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now