सचित्र विज्ञान कोश 3 | Sachitr Vigyan Kosh 3
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2.23 MB
कुल पष्ठ :
218
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)परमाणु की वास्तविकता
डाल्टन ने विचार प्रस्तुत किया कि रसायनिक
तत्व परमाणुओं द्वारा निमित हैं। हर तत्व के परमाणु
एक-दूसरे से भिन्न प्रकार के हैं इनका भार भी शप्रथक-
प्रथक हैं । जद दो तत्व परस्पर मिलते हैं तो उनके
निरिचित संख्या के परमाणु परस्पर मिलकर अणु
(मौलीवयूल) बनाते हैं । उनके भार में कोई परिवर्तन
नहीं होता । इस मिश्रण के समय यदि दो तत्वों की
आवदयक अनुपात से कम-अधिक मात्रा होगी तो
एक तत्व का छुछ भाग अमिशध्रित रह जाएगा । हाइ-
ड्रोनन भौर आवसीजन को १-८ के अनुपात में मिलाने
पर पानी बनता है । यदि इनमें से कोई गंस अधिक
होगी तो वह समास में स्थान न पाकर प्रथक रह
जाएगी । किसी वस्तु के अणुओं में परमाणुओं का
मिधण इसी अनुपात में रहता है । जद वैज्ञानिक इन्हें
धपक-प्रपक करते हैं हो ये इसो अनुपात में प्राप्त होते
हैं।
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