अतःमिजानतिब्बाहिंदी भाग -१ | Athmijanutibbahindi Vol. - I

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Athmijanutibbahindi Vol. - I by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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१० गुरदेशी कमजोरीका चर्णन गुरदेमें दायुकीपीढाकादणेन गुरद्दकी पीढाका चणन १७५ गुरदेकी वर्णन गुरदेके घावफा वर्णन गुरदमें खुजछीहोनेकावणन जिणवितुसका चणन भी गुरदू्म पथरी पढ़ने ओर सूत्र रत आनेका ब्णन उन्नासवां अध्याय ॥। मसानेके रोगोंका वर्णन । मसाचका सूजनका वर्णन १७७ मसानेके घावका नर्णन १७८ मसानेकी ख़जलीका वर्णन डर मसानम रुधिर जमजानेफा द्णन १७९ गसानेकी पीठाका वर्णन. मसानंके टछजानेका चर्णन १८० मसानेफे फुलनेझा चणन यसानेमें एथरी पढनेफा दर्णन यूचमजलन होनेकादणन १८१ शून दन्द १८२ सूत्र ख़ुरुकेनइनेकावेन १८८ अचानक मूत्र निकछठ जानेका चणन नींद भूत निकलजानेका १८५ मूत्रमें रुघिर निफकनेकाव हे वीसबां अध्याय | उन रोगोंका वर्णन जनों फेमछ पुरुपॉको होते ॥ गेधुनेच्छाघट नानेकावरणन १८६ वायें जल्दी निकछ आनेफा पणन श्८्द ख्ीसंगको चाइना आधिक होगे का चणन । करनका दा २८९ घर न दल ७ की तिमे निझछजानेक्राव लिंग हरसमय जोर करने गा घणन वीर्य निकरूनेके समय दस्त चर्णन १९ पुरुपकों विषय करानेस्‍ी चा- दना उत्पसन शोनेका दर्णन सूजनका द्णन भण्ठ कोप के वढजाने का वर्णन लिंगमें रहम के मंद का वणन अण्डकोपको पीढाकावर्णन १९३ अण्डकापक छोटा होजाने ९५ फे




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