हिंदी के आंचलिक उपन्यासों में बुन्देलखण्ड के लोकजीवन का अनुशीलन | Hindi Ke Aanchalik Upanyason Mein Bundelkhand Ke Lokjeevan Ka Anushilan
श्रेणी : हिंदी / Hindi
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
251.36 MB
कुल पष्ठ :
351
श्रेणी :
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No Information available about कु. ऋचा पटैरिया - Kmr. Richa Pateriya
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand). जाता है। भाषा और है और साथ ही उत्तर प्रदेश के जालौन जिले से लगा हुआ भिण्ड का पूवी हिस्स ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र में समिम .. समता है वरन् उसके इतिहास अर्थव्यवस्था और समाजिकता का आधार भी एक ही है। वास्तव में समस्त बुन्देलखण्ड में सच्ची सामाजिक अर्थिक और भावनात्मक एकता है। यहाँ पर भौगोलिक ट्रष्टि से अध्ययन करने की बजाय अगर हम भौगोलिक सांस्कृतिक एवं . भांषिक ट्रष्टियों को एक साथ लेकर अध्ययन व सीमाकंन करे तो ज्यादा समाचीन रहेगा । भूगोल वेत्ताओं पीटर वाश ने मैगाजियोग्राफी पद्धति के आधार पर किये गये अध्ययन के अनुसार क .. बुन्देलखण्ड क्षेत्र के भूमि उपयोग पर इस प्रदेश के निवासियों की आंकाक्षाओं आस्थाओं मान्यताओ टृष्टिकोणों पूर्वारहों एवं नियमों की अवेहलना कर भूमि उपयोग नियोजन कार्य सम्यादन में आशातीत ई सफलता प्राप्त नहीं की जा सकती है। इस कारण नियोजकों को सांस्कृतिक भूगोल के तत्वों को भी दे . की . ध्यान में रखना चाहिए । बुन्देलखण्ड क्षेत्र में सांस्कृतिक तत्व सदा से अपना. विशेष महत्व रखते है। इस. . कारण सांस्कृतिक भूगोल के आधार पर विश्लेषण करना अधिक उपयुक्त होगा । हमें यह मानना चाहिए कि सांस्कृतिक तत्वों में गतिशीलता एवं परिवर्तन त्वरित गति से नहीं आ सकता है। हम . सांस्कृतिक भूगोल को भूगोल की विकासशील शाखा मान सकते है। यहाँ. के भूगोल के कारण निवासियों द दर हा | की की अपनी संकल्पनायें एवं अवधारणायें है। बुन्देलखण्ड का क्षेत्र ऊंचा-नीचा पथरीला है। यहाँ की मिट्टी कठोर एवं सामान्य परिस्थितियों में अनुर्वरक है। इस क्षेत्र में पहाड़ एवं घाटियों भी प्रचुर मात्रा में है। निम्न कठिनाईयों के कारण यहाँ का . जन-जीवन संपर्षशील एवं जटिल है। भौगोलिक संरचना के आधार पर बुन्देलखण्ड दो भागों में विभकक््त रत . है। मैदानी भाग में बाँदा हमीरपुर जालौन झाँसी ललितपुर आदि तथा उच्च भूमि क्षेत्र में पन्ना . छतरपुर टीकमगढ़ महोबा आदि क्षेत्र आते है। बुन्देलखण्ड के उत्तर में यमुना नदी है। और सीमारेखा को भूगोल-विदों इतिहासकारों भाषाविदों जि आदि सभी ने स्वीकार किया है। परिवगी सीमा- चम्बल नदी को थी अधिकांश विदानों ने मना है। परंतु... उत्तरी चम्बल इस प्रदेश से दूर है और निचली चम्बल निकट है। मध्य और निचला चंबल के दक्षिण में स्थित मध्य- प्रदेश के मुरैना और भिण्ड में बुन्देली संस्कृति और भाषा का मानक रूप समाप्त हो... र संस्कृति की दृष्टि से ग्वालियर और शिवपुरी का पूर्वी भाग बुन्देलखण्ड में आता... भी 1
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