अनुभूत योग संग्रह भाग - २ | Anubhut Yog Sangrah bhag-2

Anubhut Yog Sangrah  bhag-2 by अमोलक चन्द्र शुक्ला - Amolak Chandra Shukla

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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| तैयार है। इलायची श्वेत . छिलके 3 सहित इंटकर तीनों दवाइयों को ५ सेर पानी में १४. योग-सीफ . के चावल धनिया के चावल बड़ी ही इलायची के बीज बादाम की कतरी हुई मिंगी तथा मिश्री सब चीजें सम भांग लेकर मि सालों ्ौर में भरतें । सेबंन विंधि--१ सो० चूर्ण राधि को सोते समय ... बिना भोजन किए सेवन करें और म्रातश्काल भी कुछ न खाएँ । अपू्व लाभ दृष्टिगोचर होगा | व अपूर्व पोष्टिक शत... योग--न्राह्मी च शुंखाहूली .बूटियां प्रत्येक ५ तो समेत .१ तोला । इलायची को. रात भर मिगो प्रातः कलईदार देशची में डालकर मन्द २ झाग पर पकावे । जन आधा पानी जल जाय तो शेष को छान कर. ५ सेर-मिभ्री डालकर शर्वत घन जायगा | सेवन विधि--ग्रीष्स ऋतु में प्रातः सायं पानी मिलाकर शर्वत के समान पियें । मस्तिष्क को पुष्ट करके स्मरण शक्ति बढ़ा देगा 1 स्रंभंग के लिए भी शुशमर्द है। .. ७ खमीरा अम्बरी मावजवां योग।-गावजवा ५ गावजवों पुष्प २ तो




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