स्वस्थ जीवन | Swasth Jeevan
श्रेणी : स्वास्थ्य / Health
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2.12 MB
कुल पष्ठ :
80
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)10. रंपसप कि भोज्य पदार्थ जिसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होने के साध वसा की मात्रा कम हो वही उचित आहार है। सब्जियां मछली मलाई रहित दूध तथा उससे बनी चीजें प्रोटीन से भरपूर पर कम वसा वाली होती हैं । 1.53 बसा वसा भी शरीर के लिए महत्वपूर्ण है इसलिए यह भी आहार का एक आवश्यक अंग है। ऊर्जा का संघनित स्रोत होने के कारण यह प्रोटीन या कार्बोहाइड्रेट द्वारा प्रदान की जाने वाली ऊर्जा के बनिस्पत दुमुनी ऊर्जा की आपूर्ति करता है। वसा हमारे रुधिर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा को प्रभावित करता है। परन्तु हर प्रकार के वसा कोलेस्ट्रोल की मात्रा में वृद्धि करते है यह धारणा गलत है। कोलेस्ट्रोल को रुधिर में प्रवाहित होने वाली चर्बी भी कहा जा सकता है। मोटे लोगों के रुधिर में इसकी मात्रा कम वजन वालों की अपेक्षा अधिक होती है। वैसे कोलेस्ट्रोल कोशिकाओं का आवश्यक घटक है तथा इसके अभाव में कोशिकाएं कार्य नहीं कर सकतीं हमारा शरीर स्वस्थ अवस्था में स्वयं ही इसका निर्माण करता है। शरीर में कोलेस्ट्रोल व ट्राईर्लिसराइड की उत्पत्ति यकृत व आंतों में होती है। कोशिकाओं की झिल्ली व एड्रिनल तथा योनि ग्रंथि बीज व अंडाशय हार्मोन तैयार करने हेतु कोलेस्ट्रोल की ही आवश्यकता होती है। आहार में जायके के परिणामस्वरूप यह हमारे शरीर में अतिरिक्त मात्रा में पहुंच जाता है। जब यहीं अतिरिक्त कोलेस्ट्रोल कोशिकाओं में चर्बी के रूप में जमा हो जाता है तो दिल की बीमारी या लकवे की संभावना बढ़ जाती है। बहु असंतृप्त वसायुक्त अम्ल जो कमरे के तापमान पर भी तरल रहते हैं शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा को बढ़ाने की बजाय
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