श्री जैन सिध्दान्त बोल संग्रह - भाग 7 | Sri Jain Siddhant Bol Sangrah Satva Bhag
श्रेणी : धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
8 MB
कुल पष्ठ :
302
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)[१३ 3
बोल नं० पूछ
६८३ (२०) च्ायिक छौर ीप-
शमिक सम्यस्त में
क्या अन्तर है ? ६७
खु
६८५४ खरवादर प्रथ्वों काय
के चालीस सेद शहर
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माण के ४६ भेद... रद्द
ध८० गूददरथ धर्म के पैंदीस
सुख
६८३ (१३) ग्क्तान साधु
की[सेचा करना कया
साधु के लिये झाव-
श्यक है या उसकी
इच्छा पर निभंर है १
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ध्प३ (१५) चज्लुदशन की
तरद श्रोज्नादि दशेन
क्यों नद्दीं कद्दे गये ?
श्रोच्रादि भी चज्ञु की
तरद दुश्धन में कारण
तो हेंद्दी।
६६४ (१९) चोरो का
त्याग गाथा 2४
६७७ चीतीस अतिशय
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बोल नं २ पूछ
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१०११ छुप्पन अन्तर द्वीप. र७७
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त्पत्ति के शूट क्षेत्र
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झध्थिरता गाथा १०० र२४
६५३ (२४) जीच इल्का और
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६५३ (३५) तथारूप के
झत्त॑यती 'विरति को
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