विराम चिन्ह | Viraam Chinh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
32 MB
कुल पष्ठ :
431
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)श्रीगणेश
सन् ३४ में मैंने एक उपन्यास लिखा था--'चार दिन' । निरालाजी
ने उसे चांद प्रेस भेजने को कहा । प्रकाशकों ने उसे स्वीकृत किया श्रौर
छपने पर पैसा भेजने का वादा करके मुझसे कापीराइट ले लिया । चार
साल बाद चार दिन' छपा और मैं पैसों का इन्तजार करने लगा । कई
बार लिखा श्रौर शीघ्र भेजने का श्राइवासन मिला । शआ्राखिर एक दिन
चांद प्रेस दिवालिया घोषित हो गया । मेरे पास इस श्राद्य्य का पत्र
ग्राया--महादाय, श्राप पुस्तक के लेखक हैं, इसलिए “चार दिन का
कापीराइट खरीदने का श्रवसर सबसे पहले हम श्रापको दे रहे हैं ।
मेरे साहित्यिक जीवन का यह श्रीगणेशा बहुत ही उपयुक्त साबित
हुमा है ।
र्९५५
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