भारत के तीन नेता | Bharat Ke Teen Neta
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3.89 MB
कुल पष्ठ :
146
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
यशपाल शर्मा - Yashpal Sharma
No Information available about यशपाल शर्मा - Yashpal Sharma
योगेन्द्र शर्मा - Yogendra Sharma
No Information available about योगेन्द्र शर्मा - Yogendra Sharma
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)४ लाला लाजपतराय ने इस प्रकार शिक्षा श्रौर समाज- सेघा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया । इसके श्रतिरिकत श्रापकी दप्टि भारत के दलित वर्गों की श्लोर भी गई । श्रापने उन लोगों के लिए जिन्हे हिन्दू समाज में श्रछूत माना जाता था वहुत बडा कार्य किया | सन १९१२ में सभापतित्व में काँगडी गुरुकुल के वार्पिक अधिवेशन के समय एक कान्फ्रेस हुई । इस समय तक महात्मा गाँधी का ध्यान भी इस श्रोर नहीं था श्र न ही उन्होंने श्रपनी हरिजनोद्धार की योजना संचालित की थी । लाला लाजपत राय की दृष्टि सर्वे प्रथम इस महत्वपूर्ण समस्या पर गई । झ्रापके दिला-दर्णेन में आ्राये समाज ने महत्व पूर्ण कार्य किया । श्राय समाज का द्वार तो हरिजनों के लिए खुला ही हुआ था । लाला लाजपत राय ने हरिजनों में विक्षा का प्रचार किया । लाला लाजपतराय केवल प्रचार मात्र से ही कभी सतुप्ट नहीं होते थे । आप केवल वौद्ध प्रववत्ता मात्र नही थे चरन् चकार्मठ कार्येकर्ता थे। शिक्षा की दिया मे श्रापका ध्यान गया तो ग्रापने कॉलेजों श्रौर स्कूलों की स्थापना की समाज सेवा यी दिया में वढे तो विधवा श्राध्म इत्यादि की गौर जय ग्रछतोद्धार की दिया मे वढ़े तो शझ्ापने हरिजनों की थिक्षा के लिए प्रवन्ध किया । श्गपकें इस कार्य के चतिए भी जनता ने लाखो रुपया दान दिया । पाला नाजपत राय का व्यक्तित्व ऐसा था कि जद आप
User Reviews
No Reviews | Add Yours...