हमारा इतिहास | Hamara Itihas
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
8 MB
कुल पष्ठ :
262
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
अमृत कुमार - Amrit kumar
No Information available about अमृत कुमार - Amrit kumar
नरेन्द्र भानावत - Narendra Bhanawat
No Information available about नरेन्द्र भानावत - Narendra Bhanawat
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)श्री वींतरागाय नम'
हमास इतिहास
प्रकरख-पहला
इतिहास क्या है
इतिहास श्रपने युग का प्रतिनिधि होता है ! वह श्रतीत की
स्मृतियो को वर्तमान मे प्रस्तुत करता है ! ;उसे न तो किसी के
प्रति मोह होता है श्रौर न किसी के प्रति घृणा होती है । जो जेसा
हे उसे उसी रूप मे प्रस्तुत करना इतिहास का सुस्य काय हूं.
इतिहास शब्द का “ऐसा, हो था” यह, श्रथ॑ इसीलिए युक्ति सगत
माना- गया हे ! श्रतीत की कड्यो को हमारे जोवन के साथ
जोड़ना ही इतिहास का सुख्य उद्दद्य हे । श्राज हमारे जीवन मे
जो भी ज्ञान-विज्ञान:आदि के सद्गयुण पाये जाते हैं वे सब श्रतीत
के महंभुरुषी की ही श्रनुपम देन है । पूर्वज पुरुषे के श्राचार-
चिचारशसैंस्कार तथा सद्युणो से ही हमारे जीवन को उन्नति .की
प्रेरणा.सिलती हे । _ संस्कार परम्परा की यह कडी युगो-युगो से
हमोर् पीढी को एक दूसरे के, साथ जोडतो चली झ्रा रही
हे। एक रम्परा का ज्ञान मनुप्य को भविष्य निर्माण की
User Reviews
No Reviews | Add Yours...