हमारा इतिहास | Hamara Itihas

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Hamara Itihas by अमृत कुमार - Amrit kumarनरेन्द्र भानावत - Narendra Bhanawat

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नरेन्द्र भानावत - Narendra Bhanawat

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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श्री वींतरागाय नम' हमास इतिहास प्रकरख-पहला इतिहास क्या है इतिहास श्रपने युग का प्रतिनिधि होता है ! वह श्रतीत की स्मृतियो को वर्तमान मे प्रस्तुत करता है ! ;उसे न तो किसी के प्रति मोह होता है श्रौर न किसी के प्रति घृणा होती है । जो जेसा हे उसे उसी रूप मे प्रस्तुत करना इतिहास का सुस्य काय हूं. इतिहास शब्द का “ऐसा, हो था” यह, श्रथ॑ इसीलिए युक्ति सगत माना- गया हे ! श्रतीत की कड्यो को हमारे जोवन के साथ जोड़ना ही इतिहास का सुख्य उद्दद्य हे । श्राज हमारे जीवन मे जो भी ज्ञान-विज्ञान:आदि के सद्गयुण पाये जाते हैं वे सब श्रतीत के महंभुरुषी की ही श्रनुपम देन है । पूर्वज पुरुषे के श्राचार- चिचारशसैंस्कार तथा सद्युणो से ही हमारे जीवन को उन्नति .की प्रेरणा.सिलती हे । _ संस्कार परम्परा की यह कडी युगो-युगो से हमोर् पीढी को एक दूसरे के, साथ जोडतो चली झ्रा रही हे। एक रम्परा का ज्ञान मनुप्य को भविष्य निर्माण की




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