तुलसीदसोतर हिन्दी राम साहित्य | Tulsidasotar Hindi Ram Sahitya
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
288
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)हे 2
सेनापति-कवित्त रागकर | ([घ) सदी बोलो के शारंभिक
गद्य मैं. रामनसाहित्व थी रचनाएं । रास श्रसाद निरंननी-
जावा योग दाशिप्ठ । दौलतराम-पदूमपुराथ, सदल मिदद-
रामचरित ।
(४) भमषुरा भक्ति प्रमुख : तुलसीदासोत्तर रामकाव्य
का संध्य युप (संवत् १७२६-२०००) दर
(क) रसि संप्रदाय का स्वरूप, मधुर उपासना का तेतिश्ा,
'रहिक साद्रदाय को धाध्याहिमक साधना फा सुन, रसिक
संप्रदाय भौर राम की तांत्रिक मांत्रिक प्रतिष्ठा, रसिक
संप्रदाय मैं. राम-साहित्य का रूप । (प) प्रसिद्ध कवि और
उनकी हतियाँ : दर्णनात्मक और प्रबंघारमक काप्य-लग्रदास+
बष्टपाम, गुणी सुझराम टेडन-रामदिलास, एनादास-उभय
अवोधक रामायण, भहात्मा श्र फिशोर-श्री मिथिला विलास,
शमप्रिय शररनपीतापन प्रथ-रामचरत कवि घानकी समर
'दिन्रम । मौत हवा पद-रचनाकार कवि और उनको रचनाएं-
बाल नली छोनेह प्राण, ध्यान मंजरी । बाततानंद-स्फूट
पद | रुपसाल-रुपससो-दोदे । सूरकिज्नोर-स्फुठ पद |
राम ससे-पदावलो, नुत्य राघद मिसत, दोहादली । कृपा
निवास-लगंन पचीसी मानंद, चिन्तामणि, रामरसामूत सिन्धु-
रस पद्धति भावना, पच्चोसी, पदवली । रामचरणदासन्यंथ
दतक, रस मल्लिका, बप्टमाम पूजा दिधि, रामपदादली,
स्टूलन, कीशतेन्द्र रदस्प, रामनवरत्न सार संग्रइ । जीदाराम
सुगलप्रिया-युगल प्रिया पदावलो । जनरुराज किशोरी बारण
“रसिक मेत्नो”-रचना सिद्धान्त मुग्तावली । सुगलानन्द
घरण शी-प्रेमसावप्रभा दोह्ावली, युगल बिनोद विलास ।
सोतारामश्ञरष रसरं गर्माथ'-सोताराम दोमादनो, प्रेम ,पदा-
बसी, श्री रामसत वदना, श्री रामरसरंग दिलास, रामसांकी
रंगविलाम वित्तास | राॉसदरण-सोहर पदादली । बैज्नाय
कुरमी-रामसोता संयोग-पदावली, श्री बोलमणि-विवेक गुच्छ
सियावर सुद्रिका | झानकीवर प्रोतिलता-मिथिना महात्म्य,
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