गुप्त कालीन वैष्णव धर्म | Gupt Kalin Vashanou Dharm
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
78.41 MB
कुल पष्ठ :
258
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अध्याय 3
गुप्तकालीन सिक्के एवं मुहरों पर वैष्णव धर्म
गुप्त मुद्रा, मुद्रा प्रवर्तक, मुद्रायें: समुद्रगुप्त के आदर्श पर विनिर्मित
मुद्रायें, समुद्रगुप्त के अनुकरण पर प्रचलित सिक्के: व्याधनिहन्ता
प्रकार, अश्वमेघ प्रकार, वीणा प्रकार, चन्द्रगुप्त द्वितीय के आदर्श पर
_ निर्मित मुद्राएं : अश्वारोही प्रकार, धनुर्घर प्रकार, छत्रघारी प्रकार,
सिंह निहन्ता प्रकार, मौलिक सुवर्ण मुद्रायें; खड्गधारी प्रकार, गजारोही
प्रकार, गजारूड़ सिंह निहनन््ता प्रकार, गैंडा निहन्ता प्रकार, कार्तिकेय
प्रकार, अप्रतिध प्रकार |
रजत मुद्रायें, पश्चिम देशी मुद्रायें, दण्डघर अथवा उत्पताका प्रकार,
चक्रध्वज प्रकार, कृतान्त परशु भांति, राजदम्पत्ति भांति, पर्यड्कासीन
राजदम्पत्ति भांति, पकर्यें भांति, खूडगनिहन्ता भांति, अश्वारोही सिंह .
निहन्ता भांति, चक्र विक्रम भाँति, कार्तिकेय अथवा मयूर भांति,
सिंहासनासीन. देवी, कमलासना देवी, खड़ी देवी, मंचासीन देवी,
सिंहवाहिनी देवी, जल जन्तुवाहिनी देवी, खड़ी हुयी रानी, पर्यड्कासीन
रानी, कार्तिकेय
चन्द्रगुप्त प्रथम; उत्पतताक भांति, धनुर्धर भांति, कृतान्त परशु भांति,
. अश्वमेघ भांति, व्याश्र निहन्ता भांति, गन्धर्व ललित, काचगुप्त, चन्द्रगुप्त
| द्वितीय (देव श्री महाराजाधिराज श्री चन्द्रगुप्त)
नि अति सम समा
.. की उपलब्धियां, तांबे के सिक्के: कालीघट, हुगली चकड़ी सोनकॉदुरी हर
(14)
97-149
.. महास्थान, महमद, बोगरा, तामलुक (बंगाल), हाजीपुर, बांका, नालन्दा,
फतुहा, गोमिया, सुल्तानगंज (विहार), कसेरवा, देवरिया, भरसड़
राप्ती. नदी, टांडा, जौनपुर, मदनकोला ला
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