जैनधर्म के प्रभावक आचार्य | Jainadhram Ke Prabhawak Acharya
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
18 MB
कुल पष्ठ :
452
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(उन्नीस )
'४३. चत्य-पुरुप आचार्य जिनचन्द्र (मणिधारी ) दे २८४
४. कवि-किरीट आचाये रामचन्द्र ३े३०-
४५. उदारहुदय आचायें उदयप्रभ २३३
४६. प्रतिभा-प्रभाकर आचायं रटनप्रभ ३३९४
'४७ तप के मूर्तं रूप भाचायें जगच्चन्द्र ३३७-
४८. बौद्धिक-रत्त आचार्य रत्नाकर ३३९
'४€. तत्त्व-सिप्णात आचाये देवेन्द्र ३४१
प्० , शब्द-शिह्पी आचार्य सोमप्रभ ३
ए१. मत्ति-मातंण्ड आचार्य मल्लिपेण ३४ हे-
पू२. जन-जन हिंतेषी आचायें जिनप्रभ ३४४५
प३. कुशल शासक आचार्य जिनकुशल ३४७:
प४. महामेघावी भाचायें मेरतूंग ३४८
श्र. गुण-निधान आचाये गुणरत्त ४६
अध्याय चीन : नवीन युग
१, वाचोयुक्ति-पटु भाचायें ही रविजय २५३
२-३. वाद-कुशल आचार्य विजयसेन और विजयदेव रु
४. जिनधमं प्रभावक आचाये जिनचन्द्र ३१
पर. क्षमा-मुर्दिर आचार्य ऋषिलव ३४६
६. धमंध्वज माचार्य धर्मसिहजी ३४९
७. दृढुप्रतिज्ञ भाचायें धर्मेदासजी रेद्०
८. प्रवल-प्रचारक आचायें रघुनाथ है ३६२
€. इन्द्रिय-जयी आचायें जयमल्ल ३६३
१०. मंगल प्रभात आचार्य भिक्षु ३६६
११, प्रज्ञा-प्रदीप भाचायें जय ३७१
१२. विद्या-विभाकर आचार्य विजयातन्द ७४
१३. अज्ञान-तिमिरनाशक आचायं अमोलक ऋषि ३७६
१४. चिन्मय चिराग आचायं विजय राजेन्द्र ३७८
१५. करुणा-स्रोत भाचायें कपाचन्द्र ३७६.
१६. शास्त्-विशारद आचायें विजयधर्म ३८०
१७. विश विचारक आचायें विजयवल्लभ नि 4
१८. योग-साधक आचार बुद्धिसागर श८र
१९. समता-सागर आचायें सागरानन्द ३८
२०. कमनीय कलाकार आचायें कालूगणी ३
२१. प्रवचन-प्रवीण आचायें जवाहर ३८७
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