गुरुकुल - पत्रिका | Gurukul - Patrika

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Gurukul - Patrika  by भदन्त आनन्द कौसल्यायन - Bhadant Aanand Kausalyaayan

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about भदंत आनंद कौसल्यायन -Bhadant Aanand Kausalyayan

Add Infomation AboutBhadant Aanand Kausalyayan

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
ऐकमत्यवर्ग के कुछ प्रसिद्ध शब्द श्री धमेदेव विद्यामातंण्ड इस लेख में में ऐकमत्यवर्ग के निम्न शब्दों का विवेचन कर के सुदम भेदों को ध्यान में रखते हुए संस्कृत और हिन्दी के समानाथंक शब्द निश्चित करने का प्रयत्न करूंगा । ै हाथ; 8८८00, एएत2ा50घ20+ एफ, ८०८०१०, प8000फ, पाएाएप &ह्ाट€0€0> समयः, संबित्‌ ( स० ) स्वीकारपत्र ( इकरार नामा ) ऐग्रीमेन्ट एक झत्यन्त विधानात्मक शब्द है। इस से प्राय: शर्तों का अन्तिम निणुंय सूचित होता है। यह आवश्यक नहीं कि यह लिखित रूप में हो यद्यपि अंग्रेज़ी विधि के अनुसार जब तक यह लिखित रूप में न हो तब्र तक वैधरूप से वह प्रभाव- जनक नहीं होता । वैब्स्टर के पर्याय कोष में इस के विषय में ठीक ही लिखा दै कि 'ट्ठा९८- काश: 158 ४ 10582. 0081081एट-एर 010, 1 प5प़8119 10088 दघा8] 8€0८:1€ 00९10: एव (एटा 05, # (छा ८७8६1 8 एघ०08१5 0 59000- श्रणा5 2. 36). संस्कृत में ऐग्रीमेन्ट के लिये 'संवित्‌ और समय:' इन शब्दों का प्रयोग होता है पर हिन्दी में समय शब्द का इस अधे में प्रयोग प्रचलित नहदीं क्यों कि उस से काल का दी अधिकतर प्रददण होता है । संबवित्‌ शब्द का प्रयोग श्रब प्रचलित दो रद्दा दै यद्यपि सब साधारण उस को समझाने में कठिनाई शनुभव करते हैं। विधि वा कानून में ऐप्रोमेन्ट के लिये स्वीकार- पत्न शब्द का प्रयोग संस्कृत श्रौर हिन्दी में सुगम है जिसे उदू में इकरारनामा के नाम से पुकारते हैं। ४1:«८०«:£ के लिये प्रादेशिक भाषा कोषों में निम्न प्रष्ार के शब्द « पाये जाते हैं । बंगला--झन्वय, ऐक्य, एकमत । कन्नडइ - झतुमति, ऐक्य, एकबाक्यते । तेलुगु--समयमु, सम्मतमु, समाधानमु, ऐकमत्य एकमावमु, ऐकमत्यसु, । मलयालम--निश्चयम्‌, समयम्‌, संवित्‌ ; ऐक्यम्‌ , सम्मति, संवादम्‌ , स्वीकारम्‌। मराठी परस्पर सम्मति, करार, ठराव, करारनामा । गुजराती--अएकरूपता, संमति, अनुमत । इस प्रकार यह स्पष्ट है कि अनेक प्रादेशिक भाषाओं में भी ऐप्रीसेन्ट के लिए समय और संबित्‌ ये संस्कृत के शब्द प्रचलित हैं। श्री जगदीश्रसाद चतुर्वेदी 26. 2. 1... 9.; £. . 5. कृत 'विधि शब्द सागर' में 'ऐप्रीमेन्ट' का (०६301 से भेद करने के लिये ऐप्रीमेन्ट के लिये श्रतिज्ञाः शरीर (०0080 के लिये संबित्‌ शब्द का प्रयोग किया गयां हैं। इस 'प्रतिज्ञा' शब्द का शि0715€ से भेद करने के लिये प्रतिश्रुति शब्द का प्रयोग उचित समझा गया है । 00010 > सामझस्यम्‌ू , ऐकमत्यमू ( सं ) ऐकमत्य ( हिं ) । अंग्रेजी के ऐकी्ें शब्द का प्रयोग सरकारों, वर्गों वा व्यक्तियों में परस्पर मतभेद प्याप् मात्रा में दूर हो कर ऐकसत्य के अनुकूल वाता- वरण बनाने के अथे में होता है। इस में यह भी भाव श्राता है कि सब बातों का विस्तार से' अन्तिम निश्चय झभी नददीं हो पाया श्रौर निश्चय की शर्तें प्रकाशित किये जाने की अवस्था में नद्दीं हैं तथापि झन्तिम समाधान के योग्य झअवस्थाएं पूरी की जा चुकी हैं। इस के लिये




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now