आधुनिक शिक्षा मनोविज्ञान | Aadhunik Shiksha Manovigyan

Aadhunik Shiksha Manovigyan by स्वामी विवेकानन्द - Swami Vivekanand

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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आधुनिक शिक्षा मनोविज्ञान 0 पाठ्यक्रम निर्माण पाए1८प1पाए 6106 1 --वर्तमान समय में हगह्यक्रम को शिक्षा प्रक्रिया का एक जीवन्त अग स्वीकार किया जाता है तथा पाठ्यक्रम निर्माण मे मनोवैज्ञानिक सिंद्धान्ती का प्रयोग किया जाता है । विभिन्‍न स्तरों के बालक है. बालिकाओ की आवद्यकताएँ विकासात्मक विशेषताएँ अधिगम शैली आदि भिन्न-भिन्न होती है । पाठ्यक्रम निर्माण के समय इन सभी का ध्यान रखना अत्यत महत्वपूर्ण होता है । शोध सानसिक स्वास्थ्य 0/८70121 1 ८91111 --अध्यापकों तथा छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य का शैक्षिक दृष्टि से विशेष महत्व है । जब तक अध्यापक तथा छात्रगण सानसिक दृष्टि से स्वस्थ तथा प्रफुल्लित नहीं होगे तब तक प्रभावशाली अधिगम सम्भव नहीं है। मनोविज्ञान मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारकों का ज्ञान प्रदान करता है तथा कुसमायोजन से बचने के उपायों को खोजता ह। 2 शिक्षण विधियाँ 1 68218 १८611005 --शिक्षण का अभिषाय छात्रों के सम्मुख ज्ञान को प्रस्तुत करना मात्र नही है प्रभावशाली शिक्षण के लिए यह आवश्यक है कि छात्र प्रभावशाली ढग से ज्ञान को ग्रहण करने मे समर्थ हो सके । शिक्षा मनोविज्ञान बताता है कि जब तक छात्रो को पढने के प्रति अभिप्रेरित नही किया जायेगा तब तक अध्यापन मे सफलता मिलना सदिग्ध होगा यह भी स्मरणीय होगा कि सभी स्तर के बालकों के लिए अथवा सभी विषयों के लिए कोई एक सर्वोत्तम शिक्षण विधि सम्भव नही होती है । शिक्षा मनोविज्ञान प्रभावशाली शिक्षण के लिए उपयुक्त शिक्षण विधियों का ज्ञान प्रदान करता है | ए0 निर्देशन व समुपदेशन 001081006 800 ०पाए561108 --शिक्षा एक अत्यत व्यापक प्रक्रिया है । समय-समय पर छात्रों को तथा अन्य व्यक्तियों को भैक्षिक तथा व्यावसायिक निर्देशन व परामर्श प्रदान करना अत्यत आवद्यक है । छात्रों को किस पाठूयक्रम मे प्रवेश लेना चाहिए. किस व्यवसाय मे वे अधिकतम सफलता अर्जित कर सकते है उनकी समस्याओं का समाधान कैसे हो सकता है--जैसे प्रब्नो का उत्तर शिक्षा मनोविज्ञान ही प्रदान कर पाता है । दा मापन तथा मूल्यांकन 0५1८8501 टाशटा॥1 2 छिर्व पश्नघं०0 --छात्रों की विभिन्न योग्यताओ रुचियों तथा उपलब्धियों का मापन व सूल्याकन क्ररना अत्यन्त महत्वपूर्ण तथा आवइयक होता है । मापन तथा मूल्यांकन की सहायता से एक ओर जहाँ छात्रों की सासर्थ्य रुचियो तथा परिस्थितियों का ज्ञान होता है वही दूसरी ओर शिक्षण अधिगस की सफलता-असफलता का ज्ञान भी प्राप्त होता है । शिक्षा मनोविज्ञान के विभिन्‍न उपकरण छात्रों की योग्यताओ तथा उपलब्धियों का मापन व सूल्याकन करने के कार्य मे प्रयुक्त किए जाते है । उपरोक्त विवेचन से स्पष्ट है कि शिक्षा मनोविज्ञान का क्षेत्र अत्यत विस्तृत है तथा इसमे मनोविज्ञान से सम्बन्धित उन समस्त बातों का अध्ययन किया जाता है जो शिक्षा अत करने सचालन करने तथा परिमार्जन करने की दृष्टि से उपयोगी सकती है ।




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