विज्ञान परिषद का मुखपत्र | Vigyan Parishad Ka Mukhapatra

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Book Image : विज्ञान परिषद का मुखपत्र  - Vigyan Parishad Ka Mukhapatra

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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१४ विज्ञान [ भाग ३३ नन ज लिन कक के के भ ज भि स क म त ५ भ भ न ~~ ~ +. ~~ ~~ ~~~ ~~~ ~ ~~ न लक => न ५८ अल कक जी का जे के हद का पड़ कफ गज न पल नही १००ण्श्‌ तापक्रम पर संकी जाती है! प्रक्ियामे २.५; मामके लगभग रोशील लवण व्रर्थात्‌ सैन्धकः पांशुज इमलेत बनता है । खटिक स्ुरेत चणं--इस्तमे ख रिक उदजन स्फुरेत और चैन्धक अधंक कर्वनेत का व्यवहार किया जाता है। प्रक्रिया निस्न प्रकार है-- खड, (स्फुप्रोऽ) : यसे उ क श्रोर + १०. श्रो न्खउ स्फुआओ, +सैर उस्फुओ,. १२ उ+ ओ +२क रोर इस प्रक्रियामे खडउस्फुः शरोऽ उत्प होता दहै जो जलमें श्रनघुन है पर अस्लकी विद्यमानतामे यह घुल जाता है । इसके चूण की प्क टिक्कीका भार ४४ प्राम होता है। जिसमे २५०।० शास्ता मिल्ला होता है, इखसे ०७२ ग्राम कर्बन द्िओषिद निकलता है जिसका ०० श॒ पर ३५५ घ. शम. श्रौर चूर्हेमें संकनेके उच्चतम तापक्रम १००* पर ४०५ घ..शम. आयतन होता है। इस प्रक्रियासे ४.०५ ग्राम रफुरत अवशिष्ट रहता है | सन्ध सफुरत चृण-इस चण मे सेन्धक स्फुरेत श्नौर सेन्धक अधं क्बनेतका व्यवहार किया जाता है। प्रक्रिया निम्न प्रकार है-- से उ क्रो, +से उ२ स्फु ओ, +११ उद शो सेर उर्फ श्रो, १२८२ श्रो+कं ओओर इसमे २२ प्रतिशत नशास्ता मिलाया जाता है । इस्त चण की एक टिकिया २.७५ भ्राम की बनायी जाती है जिसमें ३२ प्रतिशत (११२५ ग्राम) नशास्ता होता है। इससे ०५४५ ग्राम कबन दिश्नोषिद निकलती है जिसका ०*श पर २७४ घ. श म, और १००० श पर ३०४. श म. आयतन है। इसकी क्रियाम धुलनशील सैन्धक स्फुरेत श्रवशिष् रहता है जिसकी मात्रा पक टिकियाके उवयोग करने पर ४४१ भ्राम होती है । स्फ स्फुरेत चूणै- इसमे सेन्धक स्फट गन्धेत' खरिक उदजन स्फुरत और सैन्घक श्रधं कवनेत का व्यवहार किया जाता है। प्रक्रिया की श्ासानी ङे लिए हम सेन्धकः स्फर गन्धेतके स्थानें श्रमोनि' यम स्फर गन्त का व्यवहार करगे। प्रक्रिया निर्न प्रकार है-- (नोड४ )२ स्फर ( गच्रीर ).+ ख उ,(स्फु ओ;)३ +४ सै उ कद नम उच ओ न्स्फर (स्फु ओ४)++नख ग श्रो४.९ उच्ओो + (नो उ;)२ गे दो, +र२ सैर ग श्रो०.१० उर श्रो +8 कः ओः इस चूण की पक टिकिया का भार १८५ ग्राम होता है जिसमें तिहाई (३३१ प्रतिशत ) नशास्ता होता है । इससे ०३३ ग्राम कवन दिओषिद निकलती है जिसका ०*श पर १६० घ. शम. गनौर १००० श॒ पर २१८ घर. शम. श्रायतन होतादै। इसका ्रवशि्टाश २.९ ग्राम है जिसका ३६.६ प्रतिशत अंश अनघुल है । इन चूण के पदा्थौको संप्तेपसे इस प्रकार लिखा जा सक्ता है-- इमछेत' चूण-- खार कौम १.६५ ग्राम सेन्धकः अर्ध कबनेत ० ७५ श्राप नशास्त ०्दे० ग्राम ? टिकिया + ३१००५. ग्राम खटिक रफुरेत चूणे-- खरटिक उद्ज्ञन स्फुरेत १.६२ ग्राम सेन्धक अधं कर्बनेत १३८ ग्राम नशास्ता ११८ ग्राम १ रिकिया ८ ४४० ग्राम सैन्धक स्फुरेत 'चूण-- सेन्धक उदजन स्पुरेन १४७ ग्राम सेरेधक श्रधे कबनेत १५३ ग्राम नशास्ता १.५५ ग्राम १ टिक्या-- ३७५ भ्राम




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