साहित्यकार मानकचंद नाहर व्यक्तित्व एवं कृतित्व | Shahitya Manakchand Nahar Viyaktav Or Kratitv
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
122
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)१८ व0 पाणकचद नाहर
टिप्पणी बडी सजग, जागरूक और आतरिंक पट को खोलने वाली होती है ।
कभी कभी श्रोता के रूप में उनकी-टिप्पणी उस समारोह की विशेषता बन
जाती है । उनकी टिप्पणी को अन्य श्रोतागण मार्फिक ढंग से समभने का
प्रयास करे” ।
अन्तत माणकचन्द जी नाहर एक स्वतत्र घितक, स्वाभिमानी एव सवेदन-
शील मानव तथा अध्ययनरत अव्यवसायी के रूप में हमारे स्नेह और श्रद्धा के
पात्र है । भापकी सबसे वडी विज्षेपता यह है कि आप हृदय से शुद्ध ओर दढ
चरित्र के स्वामी है तथा गुरूभो मे आपकी अनन्य श्रद्धा है । भापका स्वतत्र
व्यक्तित्व और गरिमामयी प्रतिभा उदाहरण की वस्तु है ।
जज जे
२--साहियानुशीनन समिति, मद्रास दास आयोजित प्रेमचद जम शताब्दी समारोह
(६०८० में बातलिप में कही गयी प्रतिक्रिया) 1
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