विज्ञान के उपहार | Vigyaan Ke Upahaar

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Book Image : विज्ञान के उपहार  - Vigyaan Ke Upahaar

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about मीर नजाबत अली - Mir Najabat Ali

Add Infomation AboutMir Najabat Ali

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
और गुण भी है । इसमें एक ताकत होती है । इसके कारण हम उस चीज की हर बारीकी को अलग-अलग देख सकते हैं । रोग के कई किटाणु और बेक्टेरिया बहुत छोटे होते हैं । इनमें से कुछ तो खुर्दबीन से भी नहीं दीखते । इनके लिए खास तरह के यंत्र बने । उनसे ये भी दिखने लगे । एक्स-रे फोटो के बारे में सब जानते हैं । एक तरह की खास किरणों को एक्स-रे कहते हैं । अस्पतालों में इन खास किरणों से शरीर के भीतर के फोटो खींचे जाते हैं । ये किरणें शरीर में से गुजर सकती हैं । इस बात की कोशिश हुई थी कि इन किरणों को काम मैं लेकर एक खुर्दबीन बनाया जाये । मगर ऐसा नहीं हो सका । अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग यंत्र हैं । इससे सबकी जरूरत पूरी हो जाती है । इस यंत्र से बीमारी पैदा करने वाले कीटाणुओं का पता चला । फिर एक और नये किस्म का यंत्र बनाया गया । इसमें लेंस के बजाय चुंबक ही




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now